
हर साल वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) मनाई जाती है. इस बार अक्षय तृतीया की तिथि 29 अप्रैल को शाम 5 बजकर 32 मिनट पर शुरू होकर 30 अप्रैल 2025 को दोपहर 2 बजकर 13 मिनट तक रहेगी.
हिंदू धर्म में उदया तिथि मान्य होती है. ऐसे में अक्षय तृतीया 30 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी. अक्षय तृतीया के दिन दिन मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) और भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की आराधना की जाती है. इस दिन सोना-चांदी को खरीदना बेहद शुभ माना जाता है.
अक्षय तृतीया के दिन बन रहे ये योग
इस बार अक्षय तृतीया के दिन यानी 30 अप्रैल को कोई शुभ योग बन रहे हैं. इस दिन शोभन योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है. इस दिन रोहिणी, मृगशिरा नक्षत्र गर और वणिज करण के योग भी बन रहे हैं. अक्षय तृतीया के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन रहेगा.
पूजा और खरीदारी के लिए क्या है शुभ मुहूर्त
इस बार अक्षय तृतीया के दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6:07 बजे से दोपहर 12:37 बजे तक रहेगा. 30 अप्रैल 2025 को सोना-चांदी व अन्य चीजों को खरीदने का शुभ मुहूर्त सुबह 05:41 बजे लेकर दोपहर 02:12 बजे तक रहेगा. ऐसी धार्मिक मान्यताएं हैं कि अक्षय तृतीया के दिन एक-दो नहीं कई पौराणिक घटनाएं हुई थीं इसलिए इसे एक अबूझ मुहूर्त के तौर पर माना जाता है. अबूझ मुहूर्त में मांगलिक कार्य करना और सोना-चांदी की खरीदारी करना शुभ माना जाता है.
अक्षय तृतीया के दिन किन चीजों की करें खरीदारी
1. सोना-चांदी: अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी खरीदने की परंपरा काफी पुरानी है. सोने को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि अक्षय तृतीया पर जब सोना खरीदकर घर लाते हैं तो उसके साथ ही घर में मां लक्ष्मी का भी आगमन होता है. अक्षय तृतीया के दिन जो भी धन या संपत्ति खरीदी जाती है, वह हमेशा साथ बनी रहती है और उसमें बरकत होती है.
2. मिट्टी का घड़ा: यदि आप अक्षय तृतीया के दिन सोना नहीं खरीद सकते हैं तो इस दिन मिट्टी का घड़ा या इससे बना कोई बर्तन या दीया खरीद सकते हैं. मिट्टी को सोना खरीदने जितना ही महत्वपूर्ण माना जाता है. मिट्टी की घड़ा खरीदने से संपत्ति में वृद्धि होती है और माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.
3. रूई: अक्षय तृतीया के दिन रूई खरीदना भी काफी शुभ माना जाता है. रूई खरीदने से घर में जहां सुख-शांति आती है, वहीं धन-धान्य की बढ़ोतरी होती है.
4. जौ और पीली सरसों: अक्षय तृतीया के दिन जौ और पीली सरसों खरीदना भी शुभ माना जाता है. यह सोना-चांदी खरीदने जितना ही शुभ होता है. धार्मिक मान्यता है कि जौ या पीली सरसों घर लाने से माता लक्ष्मी की कृपा भक्त पर बनी रहती है. जौ या पीली सरसों सुख-शांति और समृद्धि का प्रतीक भी है.
5. बर्तन और कौड़ी: अक्षय तृतीया के दिन बर्तन और कौड़ी खरीदना शुभ माना जाता है. इस दिन तांबे या पीतल के बर्तन खरीदने से घर में धन बढ़ता है. कौड़ी को खरीदकर मां लक्ष्मी के चरणों में रखने से धन से जुड़ीं समस्याएं दूर होती हैं.
6. सेंधा नमक: अक्षय तृतीया के दिन सेंधा नमक खरीदना चाहिए. इस नमक का संबंध सुख-सुविधाओं के स्वामी शुक्र और मानसिक शांति के कारक चंद्रदेव से होता है. सेंधा नमक खरीदने से धन में वृद्धि होती है. भक्त के जीवन में खुशियां आती हैं.
अक्षय तृतीया पर क्या नहीं खरीदें
1. लोहे की चीजें: अक्षय तृतीया के दिन लोहे की चीजें नहीं खरीदनी चाहिए क्योंकि इसे अशुद्ध धातु माना जाता है.
2. धारदार और नुकीली चीजें: अक्षय तृतीया के दिन धारदार और नुकीली चीजें जैसे चाकू, छुरी, कैंची, कुल्हाड़ी आदी की खरीदारी को अशुभ माना गया है. इस दिन इन्हें खरीदने से घर में कलह और मतभेद होता है.
3. काले रंग की चीजें: अक्षय तृतीया के दिन काले रंग की चीजें नहीं खरीदनी चाहिए. काला रंग नकारात्मकता और शनि ग्रह से जुड़ा होता है. इस दिन काले रंग के कपड़े भी नहीं पहनने चाहिए.
4. कांटेदार पौधे: अक्षय तृतीया के दिन भूलकर भी कांटेदार पौधे घर नहीं लाने चाहिए. इस दिन कैक्टस और क्रोटन जैसे पौधे नहीं खरीदने चाहिए. कैक्टस जैसे कांटों वाले पौधे घर में नकारात्मक ऊर्जा लाते हैं।
5. पुराना या इस्तेमाल किया सामान: अक्षय तृतीया के दिन पुराना या इस्तेमाल किया सामान नहीं खरीदना चाहिए.