scorecardresearch

Ayodhya Ram Mandir: राममय हुआ पूरा देश! शहर से लेकर गांव तक बांटे जा रहे निमंत्रण, बच्चे... बूढ़े... महिला सबमें घर-घर अक्षत वितरण को लेकर उत्साह 

Ram Mandir Pran Pratishtha: 22 जनवरी 2024 को रामलला नए मंदिर में विराजमान होंगे. हर कोई बस राम के काम में लगा हुआ है. इस समय स्कूलों में सर्दी की छुट्टियां चल रही हैं. ऐसे में अब घर-घर अक्षत और निमंत्रण बांटने में बच्चे भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. 

Akshat Distribution Akshat Distribution
हाइलाइट्स
  • 22 जनवरी को रामलला नए मंदिर में होंगे विराजमान

  • पूरे देश में भक्ति की बह रही बयार

अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. राम नगरी सहित पूरा देश राममय हो गया है. 22 जनवरी 2024 को रामलला अयोध्या के नए मंदिर में विराजमान होंगे. इस शुभ कार्यक्रम के लिए पूरे देश में निमंत्रण बांटा जा रहा है. शहर से लेकर गांव तक घर-घर अक्षत वितरण में बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़े तक सहयोग कर रहे हैं. यहां तक कि महिलाएं भी घर-घर जाकर अक्षत और श्रीराम की अयोध्या की फोटो वितरण कर रही हैं.

हर कोई बस राम के काम में लगा 
हर कोई बस राम के काम में लगा हुआ है. इस समय स्कूलों में सर्दी की छुट्टियां चल रही हैं. ऐसे में अब घर-घर अक्षत और निमंत्रण बांटने में बच्चे भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. नोएडा के सेक्टर-53 में रहने वाली सविता के दो बच्चे हैं. एक बेटा और एक बेटी. सात साल का बेटा और पांच साल की बेटी दोनों के स्कूल फिलहाल बंद हैं. 

सविता बताती हैं कि जब बच्चों के स्कूल खुले होते हैं तो सुबह 5 बजे से जो दौड़ शुरू होती है घर के काम निपटाते-निपटाते बच्चे फिर वापस स्कूल से घर आ जाते हैं.  ऐसे में राम मंदिर के काम में लगाना बहुत मुश्किल हो रहा था लेकिन अब जब तक बच्चों के स्कूल की छुट्टी है, तब तक कोई टेंशन नहीं. हम लोग सुबह नाश्ता करके निकल आते हैं और फिर बच्चों के साथ ही 2-3 घंटे लोगों को निमंत्रण बांटते हैं. फिर घर जाते हैं और लंच करते हैं. शाम को फिर 2-3 घंटे के लिए बच्चों को लेकर टोली के साथ निमंत्रण बांटने के लिए निकल पड़ते हैं.

बच्चे बोले- खेल से ज्यादा निमंत्रण बांटने में आ रहा मजा
वैसे तो ये टोली महिलाओं की है. ये टोली अब तक 3 हजार से ज्यादा घरों में निमंत्रण और अक्षत बांट चुकी है. इस टोली को लीड करने वाली नोएडा बीजेपी की महिला मोर्चा की अध्यक्ष डिंपल बताती हैं कि पहले महिलाओं की संख्या इतनी ज्यादा नहीं होती थी. शाम को भले ही महिलाएं हिस्सा लेती थीं लेकिन सुबह इनकी संख्या बेहद कम होती थी. जब से स्कूल की छुट्टियां हुई है महिलाओं की संख्या बढ़ गई है. 

बच्चों के आने से टोली का उत्साह और ज्यादा बढ़ गया है. बच्चों के हंसते-मुस्कराते चेहरे देखकर निमंत्रण लेने वाला भी खुश हो जाते हैं. बच्चों से जब पूछा जाता है की छुट्टियां हैं तो खेलते नहीं हो. इस पर बच्चों ने जवाब दिया कि खेल से ज्यादा मंदिर के लिए काम करने में मजा आ रहा है. अभी हम लोग निमंत्रण बांट रहे हैं. इसके बाद हम लोग मंदिर को भी अलग-अलग तरीके से सजाने की प्लानिंग कर रहे हैं.