
अयोध्या के राम मंदिर में रोजाना हजारों श्रद्धालु भगवान राम के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. रामनवमी से पहले मंदिर प्रशासन ने दर्शन के लिए नई व्यवस्था लागू करने का फैसला किया है. अब मंदिर में दर्शन की व्यवस्था संभालने के लिए नया पास सिस्टम लागू किया जा रहा है. इस सिस्टम के तहत रोजाना 800 श्रद्धालु मंदिर की पहली मंजिल पर राम दरबार के दर्शन कर सकेंगे.
पास सिस्टम की नई व्यवस्था
मंदिर प्रशासन ने बताया कि पास सिस्टम के जरिए हर घंटे केवल 50 श्रद्धालु ही मंदिर में राम दरबार के दर्शन कर सकेंगे. पहली मंजिल पर जगह कम होने की वजह से यह कदम उठाया गया है ताकि लोग आराम से और शांतिपूर्वक दर्शन कर सकें. जबकि ग्राउंड फ्लोर पर रोजाना हजारों श्रद्धालुओं के लिए दर्शन की व्यवस्था पहले की तरह चलती रहेगी.
राम दरबार की स्थापना
राम मंदिर निर्माण समिति ने निर्णय लिया है कि मई के पहले 15 दिनों में शुभ मुहूर्त के अनुसार राम दरबार की स्थापना की जाएगी. यह भव्य दरबार मंदिर के पहले तल पर होगा जहां भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी. इस ऐतिहासिक अवसर को और भी दिव्य और भव्य बनाने के लिए विशेष अनुष्ठान किए जाएंगे.
रामकथा म्यूजियम और अन्य निर्माण
मंदिर परिसर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय रामकथा म्यूजियम में 20 नई गैलरी के निर्माण का कार्य भी हो रहा है. इन गैलरी में भगवान श्रीराम के जीवन और रामायण के महत्वपूर्ण प्रसंगों को चित्रों और डिजिटल माध्यमों से प्रदर्शित किया जाएगा. मंदिर समिति से मिली जानकारी के मुताबिक दिसंबर 2025 तक राम मंदिर का सभी मुख्य निर्माण पूरा हो जाएगा और केवल ऑडिटोरियम का निर्माण बाद में होगा. इस बीच राम मंदिर के चार मुख्य द्वारों का निर्माण लगातार जारी है.
क्या है श्रद्धालुओं की राय
राम दरबार के दर्शन की व्यवस्था को लेकर एक श्रद्धालु ने कहा, मैं पहली बार आया हूं और यहां आकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, रामनवमी के दिन जब 12:00 बजे रामलला का जन्म होगा, जितने लोग अंदर रहेंगे उस प्रांगण में वो सारे लोग दर्शन करेंगे.
रामनवमी की तैयारियां जारी
अयोध्या में रामनवमी के लिए भव्य तैयारियां की जा रही हैं. राम मंदिर को फूलों और रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है. श्रद्धालुओं के लिए पीने के पानी, पंखे, कूलर और कालीन की व्यवस्था की गई है. प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए महाकुंभ जैसी व्यवस्था की है. सुरक्षा के लिए ड्रोन और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस से लैस सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. अतिरिक्त पुलिस फोर्स और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है.