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Ayodhya Ram Mandir: इस दिन राम मंदिर में विराजित होंगे रामलला, क्यों की जाती है मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा, जानें अयोध्या में कब और कौन से होंगे अनुष्ठान?

Pran Pratishtha Importance: राम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की रूपरेखा तय हो चुकी है. 15 जनवरी से 22 जनवरी 2024 तक कई अनुष्ठान होंगे. अभी से पूरा देश राममय हो गया है. 

Ram Mandir Ram Mandir
हाइलाइट्स
  • अयोध्या में 15 से 22 जनवरी तक होंगे कई कार्यक्रम

  • 15 जनवरी को श्रीराम के बालरूप की मूर्ति गर्भगृह होगी स्थापित 

पूरे देश के लोग 22 जनवरी 2024 को आने का इंतजार बेसब्री से कर रहे हैं. जी हां, इसी दिन अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला विराजित होंगे. आइए जानते हैं क्यों की जाती है किसी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा, ऐसा नहीं होने पर क्या होगा और राम मंदिर के कार्यक्रम का क्या है शेड्यूल?

वैदिक काल से चली आ रही मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा की परंपरा 
जैसे प्राण के बिना किसी भी चीज का अस्तित्व नहीं है, वैसे ही मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बिना उसका धार्मिक महत्व नहीं है. किसी भी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा बेहद खास अनुष्ठान होता है. देवी-देवताओं की मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा की परंपरा वैदिक काल से चली आ रही है. किसी भी मूर्ति में जब वैदिक मत्रों के उच्चारण और खास विधि द्वारा उसमें प्राण को प्रतिष्ठित (स्थापित) किया जाता है तो उसे प्राण प्रतिष्ठा कहते हैं. 

प्राण प्रतिष्ठा के बिना नहीं है मूर्ति का अस्तित्व 
कहा जाता है कि यदि किसी मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा नहीं होगी तब तक उसका अस्तित्व नहीं है. यानी जब विधिवत मूर्ति में प्रतिष्ठा की जाती है तभी उसकी पूजा से लाभ प्राप्त होता है. यही वजह है कि मंदिरों में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. धार्मिक जानकर कहते हैं कि मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा नहीं होने पर उसमें भूत, प्रेत, पिशाच जैसी नकारात्मक शक्तियों का वास हो जाएगा. ऐसे में पत्थर की मूर्ति की पूजा करने से कुछ भी प्राप्त नहीं किया जा सकता है. मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा शुभ नक्षत्र-ग्रह, तिथि, वार, समय, मंत्र, पुरोहित (पंडित), यजमान को ध्यान में रखकर किया जाता है. 

राम मंदिर में 15-22 जनवरी 2024 तक का शेड्यूल 
1. 15 जनवरी 2024: रामलला के विग्रह यानी श्रीराम के बालरूप की मूर्ति को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा. 
2. 16 जनवरी 2024: इस दिन से रामलला के विग्रह के अधिवास का अनुष्ठान शुरू हो जाएगा.
3. 17 जनवरी 2024: इस दिन से रामलला की प्रतिमा नगर भ्रमण के लिए निकाली जाएगी.
4. 18 जनवरी 2024: इस दिन से प्राण-प्रतिष्ठा की विधि आरंभ होगी. मंडप प्रवेश पूजन, वास्तु पूजन वरुण पूजन, विघ्नहर्ता गणेश पूजन और मार्तिका पूजन होगा.
5. 19 जनवरी 2024: राम मंदिर में यज्ञ अग्नि कुंड की स्थापना की जाएगी. खास विधि द्वारा अग्नि का प्रज्ज्वलन होगा. 
6. 20 जनवरी 2024: राम मंदिर के गर्भगृह को 81 कलश, जिसमें अलग-अलग नदियों के जल इक्ट्ठा किए हैं उनसे पवित्र किया जाएगा. वास्तु शांति अनुष्ठान होगा.
7. 21 जनवरी 2024: यज्ञ विधि में विशेष पूजन और हवन के बीच रामलला का 125 कलशों से दिव्य स्नान होगा.
8. 22 जनवरी 2024: इस दिन मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी. मध्यकाल में मृगशिरा नक्षत्र में रामलला की महापूजा होगी.

रामलला प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त 
राम मंदिर में राम लला की मूर्ति स्थापना के लिए 22 जनवरी 2024 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकेंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकेंड तक समय रहेगा. प्राण प्रतिष्ठा के लिए सिर्फ 84 सेकेंड का मुहूर्त है.