अयोध्या में रामलला के दर्शनार्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी है. जी हां, अब रविवार से रामभक्त के लिए श्रीरामजन्मभूमि पथ खुल गया है. राम मंदिर परिसर में प्रवेश कर रामलला का दर्शन करने के लिए अब श्रद्धालु नए मार्ग से जाएंगे. निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए पुराने मार्ग को बंद कर दिया गया है. अब रंग महल बैरियर से होकर जाने वाले पुराने मार्ग की बजाय भक्त श्रीरामजन्मभूमि पथ से दर्शन के लिए पहुंचेंगे.
कैसा है श्रीरामजन्मभूमि पथ
30 जुलाई, 2023 को दोपहर में रामलला के दर्शन के लिए नया मार्ग खुल गया. 800 मीटर लंबे लंबे श्रीरामजन्मभूमि पथ को बनाने में 39 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं. इस मार्ग को तकरीबन डेढ़ साल में तैयार किया गया है. इस मार्ग की चौड़ाई करीब 100 फीट है. श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने रामजन्मभूमि दर्शन मार्ग के शुभारंभ के अवसर पर यह जानकारी दी.
मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए ये सुविधाएं
चंपत राय ने इस पथ के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि रामलला का नया दर्शन मार्ग ' श्रीरामजन्मभूमि पथ बिड़ला धर्मशाला के सामने से सीधे रामलला के दरबार तक पहुंचने वाला सबसे नजदीक और सुविधाजनक मार्ग है. इस मार्ग पर भक्तों के लिए कई सुविधाएं होंगी. निशुल्क पेयजल, विश्राम, लॉकर और चिकित्सा जैसी सुविधाओं का इंतजाम पहले से ही ट्रस्ट ने कर रखी है. इस नए मार्ग पर भव्य रोशनी की व्यवस्था की गई है. यह मार्ग पिंक सैंड स्टोन से बना है, जो बेहद खूबसूरत है. रामलला की आरती के लिए पास की सुविधा का काउंटर भी इसी मार्ग पर है. इसी जन्मभूमि पथ से राम भक्त कम दूरी तय करके अपने आराध्य प्रभु श्री राम का दर्शन पूजन कर सकेंगे. पहले हनुमानगढ़ी हो करके राम जन्मभूमि मार्ग यानी कि अमावा मंदिर के पास भारी-भरकम भीड़ से होकर के राम भक्तों को रामलला का दर्शन करना पड़ता था.
राम पथ और भक्ति पथ के निर्माण में भी तेजी
राम पथ और भक्ति पथ का भी निर्माण तेजी से किया जा रहा है. राम पथ 14 किमी लंबा है, जो अयोध्या सिटी और अयोध्या धाम दोनों नगरों से होकर जाता है. इसका निर्माण पूरा करने के दिसंबर 2023 डेड लाइन तय की गई है, जबकि भक्ति पथ का निर्माण भी लगभग पूरा हो गया है. राम पथ से राम मंदिर जाने वाले रूट में गाड़ियों की भारी संख्या को नियंत्रित रखने के लिए यहां मल्टीलेयर पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है, जो नवंबर तक पूरा हो जाएगा.
कब तैयार होगा मंदिर का गर्भ गृह
राम मंदिर के निर्माण कार्य में काफी गति देखी जा रही है. जानकारी के अनुसार अक्टूबर 2023 तक गर्भ गृह तैयार हो जाएगा. 24 जनवरी 2024 को रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे. आने वाले समय रामलला के श्रद्धालुओं के तादाद में भी इजाफा देखने को मिलेगा. रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. जिसे देखते हुए अयोध्या में सड़क चौड़ीकरण का कार्य भी हो रहा है.