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Ram Mandir Pran Pratishtha: भक्ति हो तो ऐसी! चोटी से रामरथ खींचते हुए अयोध्या जा रहा ये शख्स, 22 जनवरी को होनी है रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा

1992 में बद्री प्रसाद विश्वकर्मा ने संकल्प लिया था कि राम मंदिर बनने पर वह अपनी चोटी से राम रथ खींचकर अयोध्या लाएंगे. अब जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी का दिन तय हुआ है, बद्री प्रसाद ने अपने संकल्प को हकीकत में बदलना शुरू कर दिया है.

Badri prasad vishwakarma Badri prasad vishwakarma
हाइलाइट्स
  • रामलला के दर्शन की कामना लेकर पहुंच रहे अयोध्या

  • अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी

अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला (Ayodhya Ram Temple Inauguration) की प्राण प्रतिष्ठा होगी. आज से प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े अनुष्ठान शुरू हो चुके हैं. जोकि 21 जनवरी तक चलेंगे. अयोध्या में बन रहे इस मंदिर को बनाने में सैकड़ों कारीगर दिन-रात जुटे हुए हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर का भूमि पूजन किया था, अब 22 जनवरी को रामलला यहां स्थायी रूप से विराजमान होंगे. इस समारोह के लिए देश की कई जानी मानी हस्तियों को न्योता भेजा गया है.

चोटी से रथ खींच रहे बद्री प्रसाद विश्वकर्मा
राम मंदिर के निर्माण में देश के हर नागरिक ने अपना योगदान दिया है. सभी अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में अपना सहयोग दे रहे हैं. इन्ही में से एक हैं दमोह के बटियागढ़ गांव के रहने वाले बद्री प्रसाद विश्वकर्मा. 1992 में बद्री प्रसाद विश्वकर्मा ने संकल्प लिया था कि राम मंदिर बनने पर वह अपनी चोटी से राम रथ खींचकर अयोध्या लाएंगे. अब जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी का दिन तय हुआ है, बद्री प्रसाद ने अपने संकल्प को हकीकत में बदलना शुरू कर दिया है.

हर दिन 50-55 किमी रथ खींचते हैं
राम रथ को अपनी चोटियों से खींचते हुए बद्री प्रसाद विश्वकर्मा अब तक करीब 250 किलो मीटर का सफर तय कर चुके हैं. तमाम हिंदू संगठन उनके इस दृढ़ निश्चय को सलाम कर रहे हैं. साधारण भोजन खाकर भी वे हर दिन 50-55 किमी की दूरी तय करते हैं. अपनी इस यात्रा पर बात करते हुए बद्री प्रसाद कहते हैं, मुझे ये सुनिश्चित करना होगा कि मैं बीमार न पड़ूं. यह श्री राम का काम है और मैं इसे रुकने नहीं देना चाहता.'' 22 जनवरी को बद्री प्रसाद का 501 किलोमीटर का सफर तय कर अयोध्या पहुंचने का प्लान है. उन्होंने राम मंदिर निर्माण में योगदान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ भी की है.

 

रामलला के दर्शन की कामना लेकर पहुंच रहे अयोध्या
बद्री प्रसाद ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि वह रथ में राम, जानकी, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्ति लेकर चल रहे हैं. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित लोगों को छोड़कर अयोध्या रामजन्म भूमि में कोई भी 20 जनवरी के बाद प्रवेश नहीं कर पाएंगे. बद्री कहते हैं, “रामलला का अभिषेक 500 साल बाद हो रहा है. मुझे पूरी उम्मीद है कि इस जीवन में मुझे रामलला के दर्शन करने का मौका मिलेगा.”

22 जनवरी को होगी रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 
लोकप्रिय अभिनेता राम चरण और उनकी पत्नी उपासना को अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण मिला है. इस समारोह में एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु, लगभग 7,000 अतिथि और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे. राम मंदिर आंदोलन में सबसे आगे रहे भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी भी 22 जनवरी को अयोध्या में मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे. राम मंदिर 21 और 22 जनवरी को भक्तों के लिए बंद रहेगा और 23 जनवरी को फिर से दर्शन-पूजन के लिए खुलेगा.