
चातुर्मास के पहले महीने को सावन कहा जाता है. वहीं इसके दूसरे माह को भाद्रपद कहा जाता है. जिसे कई लोग भादों के नाम से भी जानते हैं. यह महीना दैवीय कृपा से भरा हुआ होता है. भाद्रपद का महीना 13 अगस्त से शुरू होने जा रहा है, जो 10 सितंबर तक चलेगा. शास्त्रों के अनुसार भाद्र का अर्थ होता है कल्याण देने वाला. वहीं भाद्रपद का अर्थ होता है भद्र परिणाम देने वाले व्रतों का महीना. यह महीना लोगों को व्रत,उपवास,नियम तथा निष्ठा का पालन करवाता है. इसके साथ ही अपनी गलतियों को याद करके उनका प्रायश्चित करने के लिए यह सर्वोत्तम महीना माना जाता है. मान्यता है कि मन को शुद्ध करने और पवित्र भाव भरने में यह महीना काफी कारगर होता है. इसी महीने में गणेश चतुर्थी का बड़ा पर्व मनाया जाता है. इसके साथ ही इस महीने श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव और कलंक चतुर्थी भी आती है.
भाद्रपद माह के नियम और सावधानियां
भाद्रपद माह में कच्ची चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए. इसके साथ ही इस महिने में दही का प्रयोग पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए. वहीं इस महीने ब्लड प्रेशर बढ़ने की संभावना होती है. जिसका हमें ध्यान रखना चाहिए. इस महीने आलस भी काफी आता है. जिसे दूर करने के लिए आपको सुबह और शाम ठंडे पानी से स्नान करना करें. भगवान कृष्ण को तुलसी दल अर्पित करें. वहीं अपनी स्वास्थ्य के लिए तुलसी दल को चाय या दूध में उबालकर पी भी सकते है.
भाद्रपद मास में पड़ने वाले व्रत
भाद्रपद मास में कई व्रत पड़ते है. भाद्रपद के महिने में गणेश चतुर्थी और गणेश महोत्सव का पर्व मनाया जाता है. इस महीने में श्रीकृष्ण, बलराम और राधा का जन्मोत्सव भी बड़े उल्लास से मनाया जाता है. वहीं इस महीने में महिलाओं के सौभाग्य का पर्व हरितालिका तीज भी पड़ता है. इसके साथ ही भाद्रपद के महिने में अनंत पुण्य प्राप्त करने का पर्व "अनंत चतुर्दशी" भी पड़ता है.
भाद्रपद माह में भगवान गणेश और श्रीकृष्ण की कृपा के लिए करें ये उपाय
भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए इस महीने आप उनकी उपासना करें. इसके साथ ही पीले रंग के भगवान गणेश की स्थापना करें. नित्य प्रातः उनको दूर्वा और मोदक का भोग लगाएं. पूरे माह सात्विक रहें. ऐसा करने पर हर प्रकार की बाधा का नाश होगा. वहीं श्रीकृष्ण की कृपा पाने के लिए उनका पंचामृत से स्नान किजिए. जिससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी. संतान का सुख पाने के लिए कृष्ण जी के जन्मोत्सव में शामिल हो. आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए आप श्रीमदभगवदगीता का पाठ करें. इस महीने में लड्डू गोपाल और शंख की स्थापना से घर में धन और सम्पन्नता आती है.