हिंदी कैलेंडर के सभी माह का विशेष महत्व है. अभी सावन का महीना चल रहा है. यह माह भगवान शिव को समर्पित है. इसके बाद भाद्रपद महीना शुरू होगा. इस माह को भादव या भादो के नाम से भी जाना जाता है. हिंदू कैलेंडर का यह छठा महीना है, जो आमतौर पर अगस्त-सितंबर में पड़ता है.
भादो में कई व्रत-त्योहार पड़ते हैं. इस माह में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, कजरी तीज, हरतालिका तीज,अजा एकादशी, ऋषि पंचमी जैसे त्योहार पड़ते हैं. इस महीने में पितृ पक्ष की शुरुआत भी होती है. आइए जानते हैं भादो माह कब से शुरू होगा और इस महीने में कौन कौन से व्रत-त्योहार पड़ने वाले हैं.
इस दिन से भादो माह की शुरुआत
सावन खत्म होते ही भोदा माह शुरू हो जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक सावन 19 अगस्त को समाप्त हो रहा है. भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 19 अगस्त 2024 को रात 11:55 बजे से आरंभ हो रही है, जो 20 अगस्त को रात 8 बजकर 33 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में भाद्रपद माह 20 अगस्त से आरंभ हो रहा है, जो 17 सितंबर 2024 को समाप्त होगा.
इन देवी-देवताओं की करनी चाहिए पूजा
भादो माह में भगवान गणेश, भगवान विष्णु, भगवान श्रीकृष्ण, भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा अवश्य करनी चाहिए. भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जन्माष्टमी मनाते हैं. भाद्रपद शुक्ल तृतीया को अखंड सौभाग्य की हरतालिका तीज मनाते हैं. इस दिन मां पार्वती और भोलेनाथ की आराधना की जाती है.
भाद्रपद पूर्णिमा को पितृ पक्ष का प्रारंभ होता है. उस दिन पितरों के लिए पूर्णिमा का श्राद्ध किया जाता है. भाद्रपद माह में स्नान दान के साथ-साथ कुछ नियमों का पालन करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है. भाद्रपद मास में ईश्वर की पूजा, जप और व्रत करने के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.
भाद्रपद माह के पांच नियम
1. इस माह में गुड़ और दही या इनसे बनी वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए. इनको खाने से पेट के रोग हो सकते हैं. दही-चावल, मूली, बैगन, शहद, मांस, मछली, लहसुन, प्याज, शराब आदि का सेवन न करें.
2. भादो माह में नारियल के तेल का उपयोग नहीं करना चाहिए. यदि आप ऐसा करते हैं तो संतान सुख में कमी हो सकती है.
3. इस माह शादीशुदा लोगों को सहवास नहीं करना चाहिए. काम-वासना से दूर रहना चाहिए.
4. भादो माह में रविवार के दिन नाखुन, दाढ़ी-बाल न काटें. इस दिन नमक का सेवन वर्जित है.
5. भाद्रपद माह में श्रीकृष्ण भगवान को तुलसी के पत्ते अर्पित करें. नियमित स्नान के बाद पूजा करें.अपनी क्षमता के अनुसार दान दें.
भाद्रपद माह में पड़ने वाले व्रत-त्योहार की लिस्ट
1. 20 अगस्त 2024 दिन मंगलवार- भाद्रपद आरंभ
2. 22 अगस्त 2024 दिन गुरुवार- कजरी तीज, बहुला चतुर्थी, हेरंब संकष्टी चतुर्थी
3. 24 अगस्त 2024 दिन शनिवार- बलराम जयंती
4. 25 अगस्त 2024 दिन रविवार- भानु सप्तमी
5. 26 अगस्त 2024 दिन सोमवार- कृष्ण जन्माष्टमी
6. 27 अगस्त 2024 दिन मंगलवार- दही हांडी
7. 29 अगस्त 2024 दिन गुरुवार- अजा एकादशी
8. 31 अगस्त 2024 दिन शनिवार- प्रदोष व्रत
9. 2 सितंबर 2024 दिन सोमवार- पिठोरी अमावस्या, दर्श अमावस्या, अनवधान, भाद्रपद अमावस्या
10. 6 सितंबर 2024 दिन शुक्रवार- वराह जयंती, हरतालिका तीज
11. 7 सितंबर 2024 दिन शनिवार- गणेश चतुर्थी
12. 8 सितंबर 2024 दिन रविवार- ऋषि पंचमी
13. 10 सितंबर 2024 दिन मंगलवार- ललिता सप्तमी
14. 11 सितंबर 2024 दिन बुधवार- महालक्ष्मी व्रत आरंभ, दूर्वा अष्टमी, राधा अष्टमी
15. 14 सितंबर 2024 दिन शनिवार- परिवर्तिनी एकादशी
16. 15 सितंबर 2024 दिन रविवार- वामन जयंती, प्रदोष व्रत
17. 16 सितंबर 2024 दिन सोमवार- विश्वकर्मा पूजा, कन्या संक्रांति
18. 17 सितंबर 2024 दिन मंगलवार- गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी, पूर्णिमा श्राद्ध, अनवधान
19. 18 सितंबर 2024 दिन बुधवार- पितृ पक्ष प्रारंभ, आंशिक चंद्र ग्रहण, भाद्रपद पूर्णिमा