
प्रयागराज महाकुंभ के प्रचार प्रसार के लिए महंत राजलक्ष्मी मंडा ने 2000 किलोमीटर लंबी बुलेट यात्रा की शुरुआत की है. देशभर में "बुलेट रानी" के नाम से मशहूर महंत राजलक्ष्मी मंडा का यह उद्देश्य कुंभ के महत्व को लोगों तक पहुंचाना और उन्हें पवित्र स्नान के लिए प्रेरित करना है. उन्होंने इस यात्रा का नारा "आओ कुंभ नहाओ" दिया है, जिसे पूरे देश में फैलाने के लिए वह 9 जनवरी से लेकर 20 जनवरी तक यात्रा करेंगी.
यात्रा की शुरुआत 9 जनवरी को भदोही जिले के सुंदरवन द्वादश ज्योतिर्लिंग संगम क्षेत्र से शुरू हुई. यह यात्रा 32 जिलों से होते हुए प्रयागराज में संपन्न होगी. इस यात्रा में महंत राजलक्ष्मी मंडा के साथ 35 लोगों की टीम भी शामिल होगी. यह बुलेट यात्रा 12 दिनों में पूरी होनी है और इसमें वाराणसी, गाजीपुर, अयोध्या, लखनऊ, मथुरा, कानपुर और चित्रकूट, दिल्ली जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं.
महंत राजलक्ष्मी मंडा ने यात्रा के दौरान कहा, "महाकुंभ सनातन धर्म का एक पवित्र और मोक्षप्रद पर्व है. हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग इस अवसर का लाभ उठाएं और कुंभ स्नान के द्वारा अपने जीवन को पवित्र करें. हमारा उद्देश्य यह है कि कुंभ के महत्व को हर घर तक पहुंचाया जाए और लोग इस पुण्य अवसर का हिस्सा बनें."
यात्रा 2000 किलोमीटर की है
महंत राजलक्ष्मी मंडा ने पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनने के लिए पूरे देश का बुलेट से भ्रमण किया था, और अब वह इस यात्रा के माध्यम से कुंभ के महत्व को प्रचारित करने के लिए संकल्पित हैं. यात्रा के दौरान महंत राजलक्ष्मी मंडा ने कहा, "हमारे साथ 35 लोग हैं, और यह यात्रा 2000 किलोमीटर के दायरे में पूरी होनी है. हम चाहते हैं कि हर व्यक्ति इस यात्रा के संदेश को समझे और कुंभ के पवित्र स्नान का हिस्सा बने. यह हमारी भारतीय संस्कृति और धर्म का महान पर्व है, और हमें इसे समर्पण और श्रद्धा के साथ मनाना चाहिए."
इस यात्रा के माध्यम से महंत राजलक्ष्मी मंडा पूरे देश से अपील कर रही हैं कि वे महाकुंभ के इस महान अवसर पर भाग लें, और अपने जीवन को पवित्र करने के साथ-साथ मोक्ष की प्राप्ति करें.
महंत राज लक्ष्मी मंडा ने बताया कि महाकुंभ 14 जनवरी से शुरू हो रहा है यह सनातन का एक हर्ष और मोक्ष का पर्व है. इसके लिए हमने 9 जनवरी से लेकर 20 जनवरी तक 2000 किलोमीटर से बुलेट से यात्रा कर रहे हैं. 9 जनवरी को यह यात्रा सुंदरवन भदोही से शुरू होगी और 20 जनवरी को प्रयागराज में इसका समापन होगा.
(महेश जायसवाल की रिपोर्ट)