चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है.आने वाले 9 दिनों तक मां भगवती की अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाएगी. वैसे तो हिंदू धर्म में हर त्योहार को पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है लेकिन नवरात्रि का अपना एक अलग ही महत्व है. भक्त बेसब्री से इस त्योहार का इंतजार करते हैं और त्योहार के दौरान व्रत और उपवास रखते हैं. मां को प्रसन्न करते हैं. हालांकि जाने अनजाने में नवरात्रि के दौरान भक्त कुछ ऐसा कर बैठते हैं जिससे मां नाराज हो जाती हैं और पूजा का फल नहीं मिलता. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि वे कौन से काम हैं जिन्हें भूलकर भी
नहीं करना चाहिए.
माता के नौ रूप
पहले दिन शैलपुत्री, दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन चंद्रघंटा, चौथे दिन कूष्मांडा, पांचवें दिन स्कंदमाता, छठे दिन कात्यायनी, सातवें दिन कालरात्रि, आठवें दिन महागौरी और नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. माता के अलग-अलग रूपों की अलग अलग विधि से पूजा की जाती है. इस बार नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रैल को और समापन 17 अप्रैल रामनवमी को है.
भूलकर भी न करें ये काम
नवरात्रि के दौरान तामसिक भोजन का सेवन न करें. जैसे प्याज, लहसुन, शराब और नॉनवेज. माना जाता है कि इन्हें खाने से उत्तेजना तो बढ़ती ही है साथ ही व्यक्ति के मन में बुरे विचार आ सकते हैं. इस दौरान शराब वगैरह का सेवन भी न करें. इसके अलावा चमड़े से बनी हुई वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. बाल और नाखून बढ़ गए हैं तो नवरात्रि के दौरान न काटें. खाने में सेंधा नमक का ही इस्तेमाल करें.
खरमास भी डालेगा खलल
खरमास भी चल रहा है. ऐसे में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत से लेकर आने वाले 5 दिनों तक मांगलिक कार्य करने की भी मनाही है. जैसे विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन आदि. मान्यता है कि खरमास के दौरान नकारात्मक प्रभाव रहता है. हालांकि पूजा पाठ पर कोई रोक नहीं है.