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Chaitra Navratri 2024 Ghatasthapana Muhurat: आज है प्रतिपदा, जानिए घटस्थापना का सही मुहूर्त, पूरी होंगी सभी मनोकामनाएं

Chaitra Navratri 2024 Ghatasthapna Muhurat: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत आज से हो चुकी है और 17 अप्रैल को रामनवमी के दिन समापन होगा. आज यानी कि प्रतिपदा के दिन कलश स्थापना की जाएगी.

Chaitra Navratri 2024 Kalash Sthapana Chaitra Navratri 2024 Kalash Sthapana

Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत आज से हो चुकी है. पिछले हफ्ते से ही माता के आगमन की तैयारियां चल रही हैं. नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है और माता सबकी बिगड़ी बनाती हैं. चैत्र में नवरात्रि के साथ नव संवत्सर की शुरुआत भी हो जाती है. इस बार  नवरात्रि की शुरुआत मंगलवार से हो रही है और कहा जा रहा है कि इस बार माता का वाहन घोड़ा है. 

नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा की पूजा के साथ और भी कई विधि की जाती हैं जैसे कलश स्थापना, जौ बोना आदि. प्रतिपदा के दिन सबसे पहले कलश स्थापना की जाती है और फिर मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करते हैं. वैसे तो सच्चे मन से किया जाने वाला हर काम शुभ होता है लेकिन अगर सही मुहूर्त में किया जाए तो फल और ज्यादा मिलता है. इसलिए घटस्थापना भी शुभ मुहूर्त में होनी चाहिए. 

घटस्थापना का सही मुहूर्त 
हिंदू पंचांग के मुताबिक, प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है. प्रतिपदा के दिन घटस्थापना की जाती है यानी कि आज ही   घटस्थापना करनी है. आपको बता दें कि घटस्थापना का मुहूर्त सुबह 6 बजकर 11 मिनट से लेकर 10 बजकर 23 मिनट तक है. अगर आप सुबह बहुत व्यस्त हैं और इस मुहूर्त में कलश की स्थापना नहीं कर पाएं हैं तो अभिजीत मुहूर्त में कर सकते हैं. 

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अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. इन मुहूर्त में कलश की स्थापना करने से बहुत ज्यादा शुभ फल मिलता है. माता रानी आपकी पूजा और श्रद्धा से प्रसन्न होकर खुद आपको आशीर्वाद देती हैं. चैत्र नवरात्रि 2024 के मौके पर कुछ शुभ योग भी बन रहे हैं. 

सर्वार्थ सिद्धि योग: 9 अप्रैल यानी आज सुबह 7 बजकर 32 मिनट से सर्वार्थ सिद्धि योग शुरू हो जाएगा और समापन 10 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 06 मिनट पर होगा. 

अमृत सिद्धि योग: 9 अप्रैल यानी आज सुबह 7 बजकर 32 मिनट पर अमृत सिद्धि योग शुरू हो जाएगा और समापन 10 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 06 मिनट पर होगा. 

घटस्थापना का तरीका 
घट अर्थात मिट्टी का घड़ा... नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहूर्त में घट की स्थापना की जाती है. घर के ईशान कोण में कलश की स्थापना की जाती है. सबसे पहले कलश में थोड़ी मिट्टी डालें और फिर जौ डालें. इस पर कलावा बांधे और स्वास्तिक बनाएं. इसके बाद इसे उस जगह पर रखें जहां इसे स्थापित करना है. इसके ऊपर आम के पत्ते लगाएं और फिर इस पर नारियल रख दें. नारियल को रखने से पहले एक लाल कपड़े में बांधें. घटस्थापना के बाद, इसके पास ही एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर मां दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर स्थापित कर दें. इसके बाद मां का पूजन करके आरती करें और प्रसाद चढ़ाएं. 

इन मंत्रों से करें देवी को प्रसन्न  
1. ॐ जयन्ती मंगला काली भद्र काली कपालिनी, 
दुर्गा क्षमा शिवाधात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते..!! 

2. ॐ सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके, 
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तु ते..!! 

3. देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि में परमं सुखं, 
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जेहि..!! 

4. सर्व बधा विनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः, 
मनुष्यो मत प्रसादेन भविष्यति न संशाहा..!!