साल 2022 का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण इसी महीने लगने जा रहा है. हाल ही में 30 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण भी लगा था. संयोग से इस बार चंद्र ग्रहण जिस दिन लगने जा रहे है उस दिन बुद्ध पूर्णिमा भी है. इसलिए इसका धार्मिक महत्व काफी ज्यादा है. जैसे सूर्य ग्रहण के दिन कई विशेष बातों का हमें ख्याल रखना होता है. ठीक वैसे ही चंद्र ग्रहण के दिन भी कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए. ऐसे में आपके मन में कई सवाल उठ रहे होंगे जैसे, चंद्र ग्रहण कितने तारीख को है और कितने से कितने बजे तक लगेगा. साथ ही चंद्र ग्रहण के समय किन-किन बातों का ख्याल रखना चाहिए. तो चलिए देते हैं आपके सारे सवालों का जवाब. इसके साथ ही आपको बताएंगे कि चंद्र ग्रहण क्यों लगता है और इस बार का चंद्रग्रहण कहां-कहां दिखेगा.
चंद्र ग्रहण क्यों लगता है
चंद्र ग्रहण लगने के पीछे वैज्ञानिक कारण के साथ साथ धार्मिक कारण भी है. बारी-बारी से आपको दोनों कारण बताते हैं.
वैज्ञानिक आधार पर चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है. परिक्रमा करते समय जब पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य के बीच में आ जाती है तो चंद्रमा पर सूर्य की रोशनी नहीं आ पाती. इसी घटना को चंद्र ग्रहण कहा जाता है. इस दौरान पृथ्वी से चंद्रमा का केवल प्रकाशित भाग ही दिखाई देता है.
कहा जाता है कि समुद्र मंथन के समय राहु ने अमृतपान कर लिया था. चंद्रमा को जब यह बात पता चली तो उन्होंने भगवान विष्णु को इसके बारे में बताया. तब विष्णु जी ने क्रोधित होकर राहु के दो टूकड़े कर दिए. जिसमें एक राहु और दूसरा केतु कहलाया. विष्णु जी ने जिस दिन ऐसा किया वो दिन पूर्णिमा था. तब से ही माना जाता है कि राहु, चंद्रमा का दुश्मन है और पूर्णिमा के दिन राहु-केतु चंद्रमा को घेर लेते हैं. इसी घटना को चंद्र ग्रहण कहा जाता है.
साल का पहला चंद्र ग्रहण
इस बार चंद्र ग्रहण दिन सोमवार 16 मई को लगने जा रहा है. समय की बात करें तो सुबह 7:02 बजे से शुरू होकर दिन के 12:20 बजे तक लगेगा. जिसमें सुबह 8:59 बजे से 10:23 बजे तक चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी से ढका हुआ रहेगा.
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 8 नवंबर 2022 को लगेगा. इसके साथ ही यह साल का अंतिम चंद्र ग्रहण भी होगा.
इन बातों का रखें ख्याल
सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को नंगी आँखों से नहीं देखना चाहिए लेकिन चंद्र ग्रहण के दौरान ऐसी कोई बाध्यता नहीं है. इसके साथ धार्मिक रूप से ऐसा माना जाता है कि चन्द्र ग्रहण के दौरान किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. अगर सूतक काल लगा है तो तो चंद्र ग्रहण खत्म होते ही पवित्र जल से स्नान करना चाहिए
कहां-कहां दिखेगा इस बार का चंद्र ग्रहण
साल का पहला चंद्र ग्रहण अटलांटिक, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, दक्षिणी-पश्चिमी एशिया, दक्षिणी-पश्चिमी यूरोप, दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका के अधिकांश हिस्सों और अंटार्कटिका में दिखेगा. आपको बता दें कि भारत में यह नहीं दिखेगा. इसलिए सूतक काल भी नहीं लगेगा. अगर भारत के लोग चंद्र ग्रहण को देखना चाहते हैं तो नासा के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस खगोलीय घटना का लाइव स्ट्रीमिंग किया जाएगा.