इस साल का दूसरा चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर की रात को लगेगा. इससे पहले मई महीने में आंशिक चंद्रग्रहण लगा था और अब साल दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 28 और 29 अक्टूबर की मध्यरात्रि को लगने जा रहा है. खास बात ये है कि ये चंद्र ग्रहण फुल मून यानी कई सालों बाद शरद पूर्णिमा के दिन लगेगा. खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण किसी उत्सव जैसा होता है. वहीं जो लोग इसके बारे में जानना और समझना चाहते हैं वह भी ग्रहण वाले दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं. ऐसे में साल के इस आखिरी चंद्रग्रहण को लोग मध्यरात्रि में देख सकते हैं हालंकि ये चंद्रग्रहण आंशिक होगा इसलिए ये पूरी तरह से नजर नहीं आएगा.
कहां दिखेगा चंद्रग्रहण
नेहरू तारामंडल की प्रोग्राम मैनेजर प्रेरणा चंद्रा ने बताया कि 28 अक्टूबर की रात से चंद्र ग्रहण लगेगा और ये कुल 4 घंटे 25 मिनट का होगा. इसकी शुरुआत रात 11:31 बजे होगी और कुछ घंटे बाद रात 1 बज कर 44 मिनट इसका असर सबसे ज्यादा देखने को मिलेगा.
प्रेरणा चंद्रा ने बताया कि यह इस साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण होगा, लेकिन यह चंद्र ग्रहण भी आंशिक होगा. अभी कुछ ही दिनों पहले सूर्य ग्रहण भी लगा था, इसके बाद चंद्र ग्रहण भी लगेगा क्योंकि सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण एक साथ लगते हैं. खगोलीय विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए चंद्र ग्रहण किसी उत्सव जैसा होता है. ऐसे में नेहरू तारामंडल टेलीस्कोप लगाकर लोगों को चंद्र ग्रहण देखने की सुविधा देगा.
प्रेरणा चंद्र ने बताया, चंद्र ग्रहण रात में लगने वाला है, ऐसे में जो लोग तारामंडल तक नहीं आ सकते वो अपने घरों से भी चंद्र ग्रहण के नजारे को देख सकते हैं क्योंकि इसे खुली आंखों से देखने पर कोई नुकसान नहीं होता है. वहीं अभी पूर्ण चंद्र ग्रहण के लिए लोगों को 2025 तक का इंतजार करना पड़ेगा. उससे पहले किसी भी तरह की पूर्ण चंद्रग्रहण की आशंका नहीं जताई गई है. 28 अक्टूबर रात लगने वाला यह चंद्र ग्रहण भारत के साथ बाकी एशियाई देशों में नजर आएगा. इसके साथ ही यह कुछ दूसरे देशों में भी देखा जा सकता है.