22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम के नवनिर्मित मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इसको लेकर राम नगरी में तैयारी जोरो शोरों से चल रही है. राम मंदिर की मुख्य पादुका अहमदाबाद आ पहुंची है. श्रीराम मंदिर की ये मुख्य पादुका एस.जी. हाई वे स्थित तिरूपति बालाजी मंदिर में दर्शन के लिए रखी गई है.
रत्नों का किया गया है उपयोग
हैदराबाद के चल्ला श्रीनिवास शास्त्री द्वारा अयोध्या के श्रीराम मंदिर की ये चरण पादुका 1 किलो सोना, 7 किलो चांदी से तैयार की गई है. इस चरण पादुका में कीमती रत्नों का उपयोग भी किया गया है. अहमदाबाद पहुंची इस पादुका को बालाजी मंदिर के ट्रस्टी के. सुब्बारायुडु अपने सिर पर रखकर मंदिर के अंदर ले गए और श्री बालाजी मंदिर के पंडितों ने इन श्रीराम पादुकाओं की विशेष पूजा की. इसके बाद कई भक्तों ने श्रीराम पादुकाओं के दर्शन किये. कुछ भक्तों को इन्हें अपने सिर पर रखने का सौभाग्य भी प्राप्त हुआ.
41 दिनों तक का परिक्रमा
चल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने इन श्रीराम पादुकाओं के साथ अयोध्या की 41 दिनों की परिक्रमा की थी. उसके बाद पिछले दो वर्षों से इन पादुकाओं को रामेश्वरम से बद्रीनाथ तक सभी प्रसिद्ध मंदिरों में ले जाया जा रहा है और विशेष पूजा की जा रही है. अहमदाबाद से अब इस चरण पादुका को सोमनाथ, द्वारका ले जाया जाएगा, जहां से बद्रीनाथ मंदिर तक यह चरण पादुका पहुंचेगी. उसके बाद इस चरण पादूका को अयोध्या के श्रीराम मंदिर में प्रस्थापित कर दिया जाएगा.
(अतुल तिवारी की रिपोर्ट)
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