
चारधाम यात्रा की शुरुआत 2 मई से केदारनाथ यात्रा के साथ होगी. चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से रजिस्ट्रेशन 20 मार्च 2025 से शुरू होंगे. प्रशासन ने यात्रा मार्ग को साफ करने और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं.
यात्रा मार्ग की तैयारियां-
चारधाम यात्रा के लिए प्रशासन ने यात्रा मार्ग पर बड़े-बड़े ग्लेशियरों को काटकर रास्ता साफ करने का काम शुरू कर दिया है. लगभग 50 मजदूर इस काम में जुटे हैं और उम्मीद है कि मौसम अनुकूल रहा तो 20 अप्रैल तक यात्रा मार्ग तैयार हो जाएगा.
केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर कई स्थानों पर बड़े-बड़े ग्लेशियर बने हुए हैं, जिन्हें काटकर रास्ता तैयार किया जा रहा है. प्रशासन ने नवंबर से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं और अप्रैल के मध्य तक सभी तैयारियां पूरी हो जाएंगी.
स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार-
इस बार केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में दो नए अस्पताल बनाए जा रहे हैं. केदारनाथ में 17 बेड और बद्रीनाथ में 45 बेड के अस्पताल बनाए जा रहे हैं. इसके अलावा यात्रा मार्ग पर 25 विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को इमरजेंसी के दौरान तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सके.
यात्रा मार्ग में 20 मेडिकल रिलीफ पोस्ट और 31 स्वास्थ्य जांच केंद्र स्थापित किए जाएंगे. देहरादून, हरिद्वार और टिहरी जैसे ट्रांजिट जिलों में 37 स्थाई स्वास्थ्य केंद्रों को व्यवस्थित किया गया है.
एम्बुलेंस सेवाएं-
स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्ग पर 154 एम्बुलेंस तैनात करने का निर्णय लिया है, जिनमें 17 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस शामिल हैं. एम्स ऋषिकेश की ओर से संचालित हेलिकॉप्टर एम्बुलेंस और टिहरी झील में बोट एम्बुलेंस भी उपलब्ध रहेंगी.
प्रशासन की कोशिश है कि श्रद्धालुओं की चारधाम यात्रा सुलभ और सुरक्षित हो. श्रद्धालुओं की सेहत और स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए तैयारियां पुख्ता की जा रही हैं.
(रुद्रप्रयाग से प्रवीण सेमवाल की रिपोर्ट)