जून माह का पहला दिन राम भक्तों के लिए खुशी की खबर लेकर आने वाला है . 30 मई तक 21 फुट ऊंचे प्लिंथ का काम पूरा होने के बाद 1 जून से तराशे गए पत्थरों से राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा. जेष्ठ शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि को मृगशिरा नक्षत्र के साथ कई वर्ष के बाद दुर्लभ संधि व सर्वधसिद्ध योग मिल रहा है. इसीलिए कहा जाता है इस खास तिथि और मुहूर्त को किए जाने वाले सभी दुर्लभ कार्य पूरे हो जाते हैं.
खास तिथि और मुहूर्त होने की वजह से 1 जून को सुबह 9 बजे से 11 बजे के बीच वैदिक ब्राह्मणों के मंत्रोचार के बीच श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भ गृह में एक शिला पट रखकर पहली मंजिल के कार्य का शुभारंभ होगा. इस दौरान राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी और अयोध्या के साधु संत भी मौजूद होंगे. कहा यह भी जा रहा है कि यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी भी इस मौके पर मौजूद रह सकते हैं और इस खास दिन खास पूजा में शामिल भी हो सकते हैं.
2023 तक पूरा हो जाएगा पहली मंजिल का काम
बता दें कि राम जन्मभूमि मंदिर का प्रथम तल का निर्माण कार्य 2023 तक पूरा हो जाएगा. अक्टूबर से दिसंबर 2023 के बीच अस्थाई मंदिर से रामलला को भव्य और दिव्य श्री राम जन्मभूमि मंदिर में शिफ्ट कर दिया जाएगा. इसी के साथ अयोध्या का बहु प्रतिष्ठित राम मंदिर दर्शनार्थियों को दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा, जबकि शेष दो मंजिलों का निर्माण कार्य चलता रहेगा जो 2025 में पूरा होगा.
मंदिर में चबूतरा के साथ ही गर्भगृह बनाया जाएगा
मौजूदा समय में राम मंदिर निर्माण स्थल पर 21 फुट ऊंचे चबूतरे का निर्माण हो रहा है . 17000 ग्रेनाइट पत्थर से निर्माण होने वाले इस चबूतरे के 5000 पत्थर अभी तक लगाए जा चुके हैं. एक जून की खास तिथि और खास मुहूर्त में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के लिए तराशे गए पत्थरों का उपयोग शुरू कर पहली मंजिल का निर्माण कार्य का शुभारंभ होगा. हालांकि इस खास दिन को केवल राम मंदिर के गर्भ गृह पर एक पूजित सिलापट रखकर शुभारंभ किया जाएगा, जिसके बाद फर्श के ऊपर का काम शुरू हो जाएगा. सभी स्तंभों में रामकथा के प्रसंगों सहित प्राचीन पद्धति से परिसर में कुल 6400 मूर्तियां उकेरी जाएंगी.
राम जन्मभूमि मंदिर मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए 1 जून शुभ मुहूर्त तय किया गया है. रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की माने तो यह दिन बहुत शुभ दिन माना गया है, क्योंकि जेष्ठ शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि को मृगशिरा नक्षत्र के साथ कई वर्ष के बाद दुर्लभ संधि व सर्वधसिद्ध योग मिल रहा है. इस दिन होने वाले सभी दुर्लभ कार्य पूर्ण हो जाएगा.
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