scorecardresearch

Kashi Vishwanath Temple: काशी विश्वनाथ मंदिर में आसानी से होंगे दर्शन, स्थानीय लोगों के लिए होगी अलग से व्यवस्था

इस वर्ष मार्च में यह प्रस्ताव बनाया गया कि स्थानीय लोगों के लिए मंदिर में अलग से दर्शन की व्यवस्था रखी जाए. लेकिन इसके बाद आचार संहिता लग गई और बैठक स्थगित हो गई. अब ये बैठक होने वाली है.

Kashi Vishwanath temple Kashi Vishwanath temple
हाइलाइट्स
  • आसानी से होंगे दर्शन

  • जल्द होगी बैठक 

द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री काशी विश्वनाथ के स्थानीय आस्थावानों के लिए खुशखबरी है. अब से 1 महीने के भीतर वाराणसी के स्थानीय लोगों के लिए अलग से दर्शन की व्यवस्था होगी. मंदिर प्रशासन इसपर  काम कर रहा है. इसी साल मार्च महीने में इस प्रस्ताव पर मंदिर प्रशासन ने विचार किया था, लेकिन चुनाव आचार संहिता की वजह से इसको लागू नहीं किया जा सका. 

जल्द होगी बैठक 

अब जल्द होने वाली सुरक्षा समिति की बैठक के बाद इस पर मोहर लग जाएगी. जिससे अब वाराणसी के स्थानीय श्रद्धालुओं को काशी विश्वनाथ मंदिर में आने के लिए और बाबा के दर्शन के लिए जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी क्योंकि उनके लिए मंदिर प्रशासन अलग से व्यवस्था करने जा रहा है.

सम्बंधित ख़बरें

काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि इस साल जनवरी से ही भारी संख्या में श्रद्धालु विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए आने लगे हैं. बहुत पहले से ही यह व्यवस्था चली आ रही है कि स्थानीय लोगों के लिए 1 घंटे मंदिर खोला जाता है. इसके अलावा नियमित दर्शनार्थी भी अपना पास बनवा लेते हैं, जो रोज आकर बाबा का दर्शन करते हैं. इसके अलावा यह विचार भी आया कि स्थानीय लोगों के लिए विश्वनाथ मंदिर में अलग से दर्शन की व्यवस्था रखी जाए. इसी पर विचार किया गया है. 

स्थानीय लोगों के लिए हो अलग से व्यवस्था 

इस वर्ष मार्च में यह प्रस्ताव बनाया गया कि स्थानीय लोगों के लिए मंदिर में अलग से दर्शन की व्यवस्था रखी जाए. इसके बाद आचार संहिता लग गई और मंदिर प्रशासन की सुरक्षा समिति की होने वाली बैठक स्थगित हो गई. बता दें, इस बैठक में एडीजी लॉ एंड आर्डर अधिकारी शामिल होते हैं. अब चूंकि आचार संहिता खत्म हो गई है और जैसे ही सुरक्षा समिति की अगली बैठक होती है, इस विषय पर विचार करके लागू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि एक माह के भीतर हर हाल में स्थानीय लोगों के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर में अलग से व्यवस्था कर दी जाएगी.