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जानिए धनतेरस के दिन पूजा और खरीदारी करने के शुभ मुहुर्त, त्रिपुष्कर योग में पूजा देगी विशेष फल

धन त्रोयदशी या धनतेरस के दिन नए बर्तन खरीदकर धनवंतरि की उपासना करनी चाहिए. इस साल धनतेरस मंगलवार यानी 2 नवंबर को पड़ रहा है और इस बार धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग बन रहा है. इस योग में कोई भी काम करने पर उसका तीन गुना फल मिलता है. यही पूजा अगर विशेष मुहुर्त में की गई हो तो माता लक्ष्मी की कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है. जानिए धनतेरस पर खरीदारी के विशेष मुहुर्त.

हाइलाइट्स
  • भगवान धनवंतरि को आयुर्वेद का देवता जाता है

  • इस बार का त्रिपुष्कर योग देगा विशेष फल

पंचांग के अनुसार कार्तिक महीने की त्रोयदशी से दीपावली का पांच दिनों का त्योहार शुरू होता जाता है. भागवत पुराण, महाभारत और विष्णु पुराण में वर्णित कथा कहती है कि समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक महीने की त्रयोदशी तिथि को भगवान धनवंतरि अमृत कलश के साथ अवतरित हुए थे. भगवान धनवंतरि को आयुर्वेद का देवता माना गया है,जिनकी उपासना से आरोग्यता का वरदान मिलता है. परंपरा कहती है कि धन त्रोयदशी या धनतेरस के दिन नए बर्तन खरीदकर धनवंतरि की उपासना करनी चाहिए. इस साल धनतेरस मंगलवार यानी 2 नवंबर को पड़ रहा है और इस बार धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग बन रहा है. इस योग में कोई भी काम करने पर उसका 3 गुना फल मिलता है.

धनतेरस से शुरू होने वाले पांच दिनों के दीपावाली के त्योहार में धनतेरस के दिन को खरीदारी के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है.लिहाजा सुबह से शाम तक लोग बर्तन, कपड़े, सोना-चांदी आदि की खरीददारी में जुट जाते हैं. पूजा पाठ के साथ-साथ इस दौरान शुभ मुहुर्त का भी विशेष महत्व है. शुभ मुहर्त में की गई पूजा विशेष तौर पर फलदायी होती है. इस बार आपके पास खरीदारी के कई शुभ मुहूर्त रहेंगे. आइए उनके बारे में थोड़ा विस्तार से जान लेते हैं - 

दिन की खरीददारी का शुभ मुहूर्त
सुबह 06.06 बजे से 11.31 तक त्रिपुष्कर योग
सुबह 11.42 बजे से 12.26 तक अभिजित मुहूर्त
दोपहर 01.33 बजे से 02.18 बजे तक विजय मुहूर्त

धनतेरस पर देश के हर शहर के बाजार रौशनी से जगमगा रहे हैं. बाजारों में शाम को दिन जैसी रौशनी दिख रही है. धनतेरस पर कई लोग दिन में तो कई शाम में आराम से खरीदारी करना पसंद करते हैं. इस दौरान बाजार रंग-बिरंगी लाइटों,कपड़ों और सजावट की चीजों से पटे होते हैं. धनतेरस पर सबसे ज्यादा खरीदारी शाम को ही की जाती है इसीलिए शाम का शुभ मुहूर्त भी जानना जरूरी है.

धनतेरस पर खरीददारी का शाम का शुभ मुहूर्त
शाम 05.05 बजे से 05.29 बजे तक गोधूलि काल
शाम 05.35 बजे से 08.11बजे तक प्रदोष काल

खरीदारी के बाद पूजा का विधान भी जानना बेहद जरूरी है. धनतेरस के शुभ पर्व पर भगवान धनवंतरि के साथ-साथ माता लक्ष्मी,भगवान गणेश,भगवान शिव,भगवान कुबेर और यमराज की पूजा का विधान बताया गया है. इस बार धनतेरस की पूजा के लिए लगभग 2 घंटे का वक्त मिलने वाला है, जोकि शाम 06 बजकर 18 मिनट से शुरू होकर रात 08 बजकर 11 मिनट तक रहेगा.
ये मुहूर्त केवल पूजा का ही नहीं बल्कि खरीदारी के लिए भी शुभ माना गया है.

रात को दीपदान की भी परंपरा

धनतेरस के दिन ही रात में भगवान यमराज को दीपदान करने की परंपरा भी निभाई जाती है जिससे काल से रक्षा का वरदान मिलता है.मान्यता है की धनतेरस ही वो पहली तिथि है जिस दिन मां लक्ष्मी साधक के घर में प्रवेश करती हैं. इन शुभ मुहुर्त पर पूरी श्रद्धा के साथ आप भी मां लक्ष्मी की पूजा करिए ताकि मां आपके घर पधारें और आपको आरोग्यता के साथ साथ समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद.