कोई भी धार्मिक अनुष्ठान हवन के बिना पूरा नहीं होता है. ज्योतिष के जानकारों की मानें तो हवन के शुभ प्रभाव से इंसान ही नहीं, बल्कि प्रकृति को भी लाभ मिलता है. शास्त्रों में कई तरह के यज्ञ और हवन की विधि बताई गई है. हर तरह के हवन के अलग फायदे भी बताए गए हैं. आखिर क्यों इतना महत्वपूर्ण है हवन और शास्त्रों में क्यों इसे सबसे पावन क्रिया माना गया है.
हवन करना क्यों है जरूरी?
हवन हिन्दू परंपरा का विशेष कर्म है. हवन अग्नि में कुछ औषधीय चीजों का मिश्रण डालकर करते हैं. हवन की अग्नि में जो पदार्थ डालते हैं वो सीधा देवलोक पहुंचता है. मान्यता है कि हवन की सुगंध से देवी-देवताओं को तृप्ति मिलती है. हवन करने के बाद ही कोई पूजा या अनुष्ठान पूरी होती है. घर की शुद्धि, बाधा निवारण और मनोकामना पूर्ति के लिए हवन करते हैं. अलग-अलग कामनाओं के लिए अलग-अलग लकड़ियों से हवन होता है. दरअसल, हवन में आहुति के लिए जिन चीजों का इस्तेमाल होता है, वो एक तरह की औषधि का काम करती हैं. हवन के पवित्र धुएं से रोग फैलाने वाले बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं और आसपास का वातावरण पवित्र हो जाता है. नकारात्मक शक्तियों को हवन का धुआं दूर भगाता है.
इसलिए हवन के पवित्र कर्म में सामग्री का विशेष महत्व है. कुछ विशेष पर्व-त्योहारों पर विशेष सामग्री से हवन के इंतजाम किए जाते हैं. लेकिन कुछ सामग्री हर हवन में जरूरी है, तो आमतौर पर हवन में किन सामग्रियों का होना जरूरी है.
हवन सामग्री में कौन सी चीजें होती हैं?
आमतौर पर सुगंधित वस्तुओं को मिलाकर हवन सामग्री बनती है. काला तिल, अक्षत, जौ, गेहूं, गाय का घी, देसी गुड़ से हवन सामग्री बनती है. गुड़ की जगह शुद्ध शहद का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. हवन में पान का पत्ता , फल, बेलपत्र, फूल माला और मिठाई जरूर लें. हवन में अपनी समस्या के मुताबिक लकड़ी का इस्तेमाल करें. विशेष मौकों पर अलग-अलग वस्तुओं से हवन करने का भी नियम है.
सुखी और निरोगी जीवन के लिए हवन सबसे उत्तम उपाय है. जानकारों की मानें तो रोजाना हवन करने से जीवन की हर परेशानी धीरे-धीरे दूर होने लगती है. सुख और समृद्धि के द्वार खुलते हैं और मन को अद्भुत शांति मिलती है.
किस मनोकामना के लिए कौन सी लकड़ी का प्रयोग करें ?
मदार की लकड़ी से हवन करने से बीमारियां खत्म होती हैं. पलाश की लकड़ी से हवन करने से धन प्राप्ति में सफलता मिलती है. पीपल की लकड़ी से हवन करने से संतान की प्राप्ति होती है. शमी की लकड़ी से हवन करने से पाप नष्ट होता है. आम की लकड़ी से हवन करने से सभी कामनाएं पूरी होती हैं. हवन में काम में ली जाने वाली जड़ी बूटी युक्त हवन सामग्री, शुद्ध घी, पवित्र वृक्षों की लकड़ियां, कपूर जैसी चीजों के जलने से उत्पन्न अग्नि और धुएं से वातावरण शुद्ध तो होता ही है,नकारात्मक शक्तियां भी दूर भागती हैं. हवन इतना शक्तिशाली है कि अगर आप रोजाना हवन करें तो आपकी कुंडली से बुरे ग्रहों का प्रभाव कम हो सकता है. इसके साथ ही हवन सामग्री का भी विशेष प्रयोग आप अपनी मनोकामना अनुसार कर सकते हैं.
किस लाभ के लिए किस चीज़ से हवन करें ?
आर्थिक लाभ के लिए - मखाने और खीर से हवन करें
कर्ज मुक्ति के लिए - राई से हवन करें
संतान सम्बन्धी समस्याओं के लिए - माखन-मिश्री से हवन करें
ग्रह शान्ति के लिए - काले तिल से हवन करें
सर्वकल्याण के लिए - काले तिल और जौ से हवन करें
देवी की कृपा के लिए कैसे हवन करें ?
हवन कुण्ड में लकड़ी जलाएं. पहले पांच बार घी की आहुति दें. देवी के मंत्र का जाप करते हुए 108 बार हवन सामग्री से आहुति दें. मंत्र है- ऊँ ह्रीं दुं दुर्गायै नमः. हवन की समाप्ति के बाद देवी से कृपा की प्रार्थना करें. आप चाहें तो रोजाना हवन कर सकते हैं और प्रभु की कृपा पा सकते हैं.
वैज्ञानिक दृष्टि से हवन का महत्व
हवन सिर्फ धार्मिक क्रिया नहीं है बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से हवन से निकलने वाले अग्रि के ताप और उसमें आहुति के लिए उपयोग की जाने वाली हवन की प्राकृतिक सामग्री वातावरण में फैले रोगाणु और विषाणुओं को नष्ट करती है. यानि सुखी और निरोगी जीवन के लिए हवन सबसे उत्तम धार्मिक और वैज्ञानिक उपाय है.