हर साल, हिंदू धर्म में बुराई पर अच्छाई की जीत, अंधेरे पर प्रकाश और निराशा पर खुशी की जीत के प्रतीक के रूप में दिवाली मनाते हैं. दिवाली को रोशनी का त्योहार कहा जाता है, और यह पूरे देश में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है.
लोग अपने घरों को दीयों, रंगोली, फूलमाला और रोशनी से सजाते हैं, स्वादिष्ट मिठाइयां और व्यंजन बनाए जाते हैं, नए पारंपरिक कपड़े पहनते हैं, और अनुष्ठान- पूजा करते हैं.
श्रीराम की अयोध्या वापसी का प्रतीक है दिवाली
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, दिवाली रावण को हराने और 14 साल के वनवास पूरा करने के बाद भगवान राम की अयोध्या वापसी का प्रतीक है. लोग दीपों के त्योहार को देवी लक्ष्मी, भगवान गणेश और भगवान कुबेर से स्वास्थ्य, धन और समृद्धि के लिए प्रार्थना करके मनाते हैं.
दिवाली का त्योहार पांच दिन चलता है. धनतेरस या धन त्रयोदशी से शुरू होकर भाई दूज पर समाप्त होता है. द्रिक पंचांग के अनुसार, दिवाली के पांच दिन 22 अक्टूबर से शुरू होंगे और 26 अक्टूबर को समाप्त होंगे.
दिवाली के पांच दिन 2022 कैलेंडर - तिथियां
दीवाली चंद्र-सौर हिंदू कैलेंडर के अनुसार मनाई जाती है और आमतौर पर अक्टूबर के मध्य और नवंबर के मध्य में आती है. यहां दीपावली के पांच दिनों की सूची दी गई है:
तीसरे दिन (दिवाली), लोग लक्ष्मी पूजा करते हैं, जिसे दिवाली पूजा भी कहा जाता है. यह सबसे महत्वपूर्ण दिन है. दिवाली पर, लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल के दौरान की जाती है, जो सूर्यास्त के बाद शुरू होती है और 2 घंटे 24 मिनट (लगभग) तक चलती है.
दीपावली 2022 के पांच दिन का पूजा-मुहूर्त