देशभर में आज दिवाली मनाई जा रही है. हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को दिवाली का पर्व मनाया जाता है. इस बार 24 अक्टूबर को शाम 5 बजे के बाद से ही कार्तिक अमावस्या शुरू होगी. इसलिए दीपावली की पूजा इसके बाद ही की जाएगी. देवी लक्ष्मी की पूजा में कमल फूल का बड़ा महत्व है. इसलिए दिवाली की रात धन की चाहत रखने वाले भक्त कमल फूलों से देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं.
नकारात्मकता रहती है दूर
कहा जाता है कि कमल के पुष्प में नकारात्मक शक्तियों को दूर करने की ताकत होती है और इसे देवी लक्ष्मी को अर्पित करने से घर में बुरी शक्तियों का प्रवेश नहीं होता है.
भगवान विष्णु की नाभि से उत्पन्न हुआ था फूल
दिवाली वाले दिन लक्ष्मी पूजन में कमल का पुष्प अर्पित किया जाता है. ऐसा करने से घर के सभी विकार दूर हो जाते हैं. कमल का फूल कीचड़ में उगता है, लेकिन फिर भी पवित्र माना जाता है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान विष्णु की नाभि से कमल पुष्प उत्पन्न हुआ था और इसपर विराजमान ब्रह्माजी द्वारा सृष्टि की रचना की गयी थी.
धन लाभ होता है
कमल का फूल ऐश्वर्य तथा सुख का सूचक भी है. यही कारण है कि कमल को पुष्पराज की संज्ञा भी दी गई है. पुराणों में देवी लक्ष्मी का एक नाम कमला और कमलासना है यानी कमल पर विराजमान रहने वाली. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी को कमल पुष्प अर्पित करने से बुद्धि निर्मल रहती है और धन का लाभ भी मिलता है.