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Gangotri Dham: शीतकाल के लिए बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट, जानें श्रद्धालु केदारनाथ, बदरीनाथ और यमुनोत्री के कब तक कर सकेंगे दर्शन?

Chardham Yatra: शीतकाल के लिए गंगोत्री धाम के कपाट 14 नवंबर 2023 से श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए. मां गंगा की डोली मुखवा के लिए रवाना हो गई है. वहीं बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रियाएं भी शुरू हो गई है.

गंगोत्री धाम (फाइल फोटो) गंगोत्री धाम (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
  • गढ़वाल क्षेत्र की आर्थिक रीढ़ है चारधाम यात्रा 

  • हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं दर्शन करने

उत्तराखंड स्थित विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट मंगलवार को अन्नकूट पर्व पर विधिवत पूजा- अर्चना के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए. इसके बाद मां गंगा की उत्सव डोली शीतकालीन पड़ाव मुखीमठ मुखबा के लिए रवाना हुई. सर्दियों में छह माह मंदिर के बंद रहने के दौरान श्रद्धालु मां गंगा की पूजा-अर्चना उनके शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा में कर सकेंगे. बता दें कि हर साल अप्रैल-मई में चारों धामों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाते हैं और अक्टूबर-नवंबर में कपाट को शीतकाल के लिए बंद कर दिया जाता है.

मुखीमठ स्थित गंगा मंदिर में की जाएगी पूजा
नवीं बिहार रेजिमेंट के बैंड की धुन और परंपरागत ढोल दमाऊ की थाप के साथ सुबह 11.50 पर तीर्थ पुरोहित गंगा की डोली को लेकर शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव के लिए पैदल रवाना हुए. रात्रि विश्राम के लिए गंगा की डोली मुखबा से चार किमी पहले चंदोमति के देवी के मंदिर में पहुंचेगी.15 नवंबर की सुबह मां गंगा की डोली चंदोमती माता मंदिर से मुखीमठ स्थित गंगा मंदिर में पहुंचेगी. जहां आगामी छह माह तक मां गंगा की विधिवत पूजा-अर्चना की जाएगी. 

केदारनाथ के कपाट इस दिन होंगे बंद
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने की तारीख का भी ऐलान हो चुका है. केदारनाथ धाम के कपाट 15 नवंबर को बंद होंगे. बुधवार सुबह से ही कपाट बंद होने की तैयारी शुरू कर ली जाएगी, जबकि तीर्थ-पुरोहितों की मौजूदगी में सुबह 8 बजकर 35 मिनट में बंद होंगे. उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री धाम के कपाट भी15 नवंबर को बंद होंगे.

बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने का भी हो चुका ऐलान
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट बंद करने की तारीख भी तय हो चुकी है. बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर 2023 को शीतकालीन के लिए बंद कर दिए जाएंगे. तीर्थ- पुरोहितों की मौजूदगी में दोपहर 3 बजकर 33 मिनट पर कपाट को शीतकाल के लिए बंद कर दिया जाएगा.

टूटा तीर्थ यात्रियों के दर्शन करने का रिकॉर्ड
गढ़वाल क्षेत्र की आर्थिकी की रीढ़ मानी जाने वाली चारधाम यात्रा के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं. चारधाम यात्रा में तीर्थ यात्रियों के दर्शन करने का इस साल नया रिकॉर्ड बना है. दिल्ली, यूपी, एमपी, राजस्थान सहित देश के अन्य राज्यों से केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री सहित चारों धामों में दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों की भीड़ रही. इस साल 2023 में चारों धामों में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 55 लाख के पार पहुंच गई. इस यात्रा सीजन में रिकॉर्ड नौ लाख से ज्यादा श्रद्धालु गंगोत्री धाम के दर्शन के लिए पहुंचे.