देशभर में हर साल नवरात्रि के बाद दशहरा बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है. हिंदू धर्म में दशहरा के पर्व की बहुत ज्यादा मान्यता है. क्योंकि यह बुराई पर अच्छाई की विजय का त्योहार है. दशहरे के दिन ही भगवान राम ने रावण पर विजय प्राप्त की थी.
इसी दिन नवरात्रि की समाप्ति भी होती है और इसी दिन देवी की प्रतिमा का विसर्जन भी होता है. दशहरे के दिन अस्त्र-शस्त्रों की पूजा की जाती है और विजय पर्व मनाया जाता है.
दशहरे पर करें किसकी पूजा
दशहरे के दिन महिषासुर मर्दिनी मां दुर्गा और भगवान राम की पूजा करनी चाहिए. इससे सम्पूर्ण बाधाओं का नाश होगा और जीवन में विजयश्री प्राप्त होगी. दशहरे के दिन अस्त्र शस्त्र की पूजा करने से उस अस्त्र शस्त्र से नुकसान नहीं होता. इस दिन मां की पूजा करके आप किसी भी नए कार्य की शुरुआत कर सकते हैं. नवग्रहों को नियंत्रित करने के लिए भी दशहरे की पूजा अदभुत होती है.
दशहरे के दिन दोपहर से पहले देवी मां की और फिर श्रीराम की पूजा करें. पूजा में देवी और श्री राम के मन्त्रों का जाप करें. अगर आपने कलश की स्थापना की है , तो नारियल हटा लें , उसको प्रसाद रूप में ग्रहण करें. कलश का जल पूरे घर में छिड़क दें, ताकि घर की नकारात्मकता समाप्त हो जाए. जिस जगह पर पूरी नवरात्रि पूजा की है , उस स्थान पर रात्रि भर दीपक जलाएं. अगर आप शस्त्र पूजा करना चाहते हैं तो शस्त्र पर तिलक लगाकर रक्षा सूत्र बांधें.
दशहरे पर करें ये छोटे-छोटे उपाय
सालभर धन समृद्धि प्राप्त करने का महाउपाय
रावण दहन से आने के बाद करें स्नान
रावण दहन दरअसल पुतला या शरीर जलाने की प्रक्रिया है. इसलिये रावण दहन के स्थान से आने के बाद स्नान करना जरूरी है. इससे मन और शरीर की सारी नकारात्मकता दूर हो जाती है.