scorecardresearch

Mahakumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ का काउंटडाउन शुरु, श्रद्धालुओं के लिए किए जा रहे इंतजाम, जानिए इस महामेले में क्या-क्या खास व्यवस्था हो रहीं?

महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) शुरू होने में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं. प्रशासन ने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए कमर कस ली है. श्रद्धालुओं के लिए इस बार कई खास व्यवस्थाएं की गई हैं.

Mahakumbh 2025 Preparation (Photo Credit: PTI) Mahakumbh 2025 Preparation (Photo Credit: PTI)

प्रयागराज में महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh 2025) का काउंटडाउन शुरु हो चुका है. इस धार्मिक मेले की तैयारियां तेजी से चल रही हैं. यूपी सरकार का पूरा प्रशासनिक अमला महाकुंभ की तैयारियों में जुटा है. महाकुंभ को सबके लिए सुरक्षित, सुगम, आनंददायक और यादगार बनाने के लिए तमाम इंतजाम किए जा रहे हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा से जुड़े तमाम पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है.

प्रयागराज में 144 साल बाद होने जा रहे भव्य-दिव्य पूर्ण महाकुंभ की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं. संगम की रेती पर कुंभ नगरी सज चुकी है. इसकी रौनक देखते ही बनती है. महाकुंभ के दौरान 6 खास तिथियों को होने वाले खास अमृत स्नान और कल्पवास के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं.

यूपी सरकार के अफसर और सलाहकार खुद घूम-घूम कर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद कई बार संगम नगरी में जाकर जायजा ले चुके हैं. साल 2019 के मुकाबले इस बार प्रयागराज महाकुंभ में 40-50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने के आसार हैं.

सम्बंधित ख़बरें

प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 के लिए श्रद्धालुओं के लिए कुछ खास इंतजाम किए गए हैं. आइए इस पर नजर डाल लेते हैं.

संगम में फ्लोटिंग जेट्टी
इस बार महाकुंभ में संगम पर आधुनिक सुविधाओं से लैस हाई टेक फ्लोटिंग सेल्फ प्रोपेल्ड जेट्टी लगाई गई है. इससे आने वाले VIP मेहमानों को कुंभ स्नान करने में सहूलियत होगी. यह जेट्टी एक तरह से तैरती हुई विशाल बोट है जिसमें घूमने, बैठने, स्नान करने और चेंजिंग रूम की आलीशान सुविधाएं मौजूद हैं.

इस फ्लोटिंग जेट्टी पर चार-पांच लोगों के बैठने के लिए सोफे भी लगे हुए हैं. साथ ही चेंजिंग रूम बनाए गए हैं. जेट्टी को सोलर लाइटिंग से लैस किया गया है ताकि रात में भी संगम का आनंद लिया जा सके. इस जेट्टी को IIT खड़गपुर के वैज्ञानिकों की मदद से डिजाइन किया गया है.

नेत्र कुंभ
तीर्थराज प्रयाग में साल भर पावन तिथियों पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने पहुंचते रहते हैं. हालांकि,  धार्मिक मान्यता है कि महाकुंभ में स्नान करने से न सिर्फ सभी पापों से बल्कि सारे दुख-दर्द से भी छुटकारा मिल जाता है.

इस मान्यता को साकार करने के लिए इस बार महाकुंभ में खास आयोजन होगा. इसे नेत्र कुंभ कहा जा रहा है. इस दौरान यहां आने वाले 5 लाख श्रद्धालुओं की आंखों की जांच होगी. वहीं 3 लाख लोगों को चश्मे देकर नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है. इस नेत्र कुंभ से लाखों श्रद्धालुओं को मदद मिलेगी.

रेलवे के पुख्ता इंतजाम
प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. रेलवे ने उम्मीद लगाई है कि सबसे ज्यादा यात्री ट्रेन से ही प्रयागराज पहुंचेंगे. ऐसे में रेलवे ने यात्रियों के लिए ट्रीटमेंट, क्राउड मैनेजमेंट और उनके आराम से लेकर सुरक्षा तक के खास प्रबंध किए हैं.

महाकुंभ में प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर तीर्थ यात्रियों के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. हर तरह की तैयारियों को मुकम्मल किया जा रहा है. यात्रियों के लिए फर्स्ट एड की सुविधा हर प्लेटफॉर्म पर देने की व्यवस्था है. साथ ही प्रयागराज स्टेशन के बाहर यात्रियों के अपनी ट्रेन का इंतजार करने के लिए शिविर बनाए गए हैं. अगर किसी यात्री की तबीयत ज्यादा बिगड़ती है तो इसके लिए प्रयागराज के हर स्टेशन पर ऑब्जर्बेशन रूम भी बनाए गए हैं.

कुंभ के विदेशी संत
महाकुंभ में सिर्फ देश से ही पूरी दुनिया से लोग आ रहे हैं. भारत से साधु-संत पहुंच ही रहे हैं. इसके अलावा विदेश से कुछ साधु संत आए हुए हैं. एंजेला, उन्हीं में से हैं. एंजेला इटली से स्पेन होते हुए भारत आईं और सनातन की होकर रह गईं. अटल अखाड़े से जुड़ी हुई एंजेला महाकुंभ में भाग लेने प्रयागराज पहुंची हैं. वो दुनिया भर के लोगों को इस पावन अवसर का साक्षी बनने का संदेश दे रही हैं.