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Ram Temple Donation: विदेशी भक्त भी दे सकेंगे राम मंदिर के लिए चंदा, सरकार ने ट्रस्ट को दी इजाजत

Ayodhya Ram Temple: अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. अब विदेशों में रहने वाले राम भक्त दान दे सकते हैं. 31 मार्च 2023 तक राम मंदिर निर्माण पर 900 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं. जबकि अभी भी मंदिर ट्रस्ट के बैंक खातों में 3 हजार करोड़ से अधिक की रकम जमा है.

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए विदेशी भक्त भी चंदा दे सकते हैं (Photo/Twitter) अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए विदेशी भक्त भी चंदा दे सकते हैं (Photo/Twitter)

अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है. इसके लिए देशभर के रामभक्तों ने चंदा दिया. लेकिन विदेशों में रहने वाले भक्त रामलला के मंदिर निर्माण में अपना योगदान नहीं दे पाते थे. विदेशी भक्तों की ये समस्या दूर हो गई है. अब विदेश में रहने वाले भक्त भी रामलला के मंदिर के लिए चंदा दे सकते हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय  के Foreign Contribution Regulation Act(FCRA) विभाग ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए विदेशी स्रोतों से चंदा प्राप्त करने की इजाजत दे दी है.

गृह मंत्रालय से मिली इजाजत-
एफसीआरए लाइसेंस नहीं मिलने के कारण अब तक विदेशी रामभक्त दान नहीं दे पा रहे थे. जिसके कारण उनके मन में निराशा थी. लेकिन अब गृह मंत्रालय ने इसके लिए मंजूरी दे दी है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को भारत सरकार के गृह मंत्रालय के एफसीआरए विभाग ने विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम 2010 के तहत स्वैच्छिक योगदान प्राप्त करने के लिए मंजूरी दे दी है. 

कैसे दान दे पाएंगे विदेशी भक्त-
विदेशी भक्तों राम मंदिर के लिए ऑनलाइन दान दे सकते हैं. इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से दिल्ली के संसद मार्ग स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में एक बैंक खाता खोला गया है. महासचिव चंपत राय ने कहा कि विदेशी स्रोतों से प्राप्त होने वाला कोई भी योगदान सिर्फ एसबीआई की 11, संसद मार्ग, नई दिल्ली-110001, स्थित मुख्य शाखा में ही स्वीकार होगा.

मंदिर निर्माण पर कितना खर्च-
अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 20 से 24 जनवरी के बीच किसी भी दिन हो सकती है. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो सकते हैं. महासचिव चंपत राय ने बताया था कि 5 फरवरी 2020 से 31 मार्च 2023 तक मंदिर निर्माण पर करीब 900 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. मंदिर ट्रस्ट के बैंक खातों में 3 हजार करोड़ रुपए से अधिक की रकम अभी भी जमा है.

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