हज जाने वाले लोगों के लिए हज दिशा-निर्देश 2024 (Haj Guidelines 2024) जारी कर दिया गया है. केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को नई दिल्ली में इसे रिलीज किया है. इसके साथ हज सुविधा मोबाइल ऐप (Haj Suvidha App) की भी शुरुआत की गई है. हज सुविधा ऐप की मदद से वार्षिक तीर्थयात्रा पर जाने वाले लोगों को सहूलियत होगी. इससे वे ट्रेनिंग मॉड्यूल से लेकर फ्लाइट डिटेल्स और रुकने की व्यवस्था जैसी चीजें भी देख सकेंगे. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉन बारला की उपस्थिति में ये लॉन्च किया है.
लोगों को दी जा रही है ट्रेनिंग
बता दें, दिल्ली के विज्ञान भवन में हज 2024 की तैयारियों के तहत ट्रेनिंग प्रोग्राम चल रहा है. अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 550 से अधिक ट्रेनर्स ने कार्यक्रम में भाग लिया. इसमें कहा गया है कि इस ट्रेनिंग का उद्देश्य हज यात्रा को लेकर लोगों को शिक्षित करना है. इसकी मदद से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि तीर्थयात्रियों को आगे जाकर किसी तरह की कोई परेशानी न हो. साथ ही उन्हें तीर्थयात्रा के बारे में सबकुछ पता हो.
हज सुविधा ऐप से मिल सकेगी हर तरह की मदद
हज यात्रा को सहज और आरामदायक बनाने के उद्देश्य से ये ऐप लॉन्च किया है. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने बयान में कहा कि हज सुविधा ऐप BISAG-N ने बनाया है. यह तीर्थयात्रा के अनुभव में "गेम चेंजर" साबित हो सकता है. डिजिटल और मोबाइल टेक्नोलॉजी की मदद और हज सुविधा ऐप से तीर्थयात्री उंगलियों पर जरूरी जानकारी ले सकेंगे. इतना ही नहीं ये ऐप ट्रेनिंग मॉड्यूल, फ्लाइट डिटेल्स, आवास, इमरजेंसी हेल्पलाइन और स्वास्थ्य जैसी जरूरी सर्विस तक सीधी पहुंच देगा.
लोग कर सकेंगे अच्छे से यात्रा
हज सुविधा ऐप की मदद से लोग अपनी आध्यात्मिक यात्रा पर बेहतर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे. साथ ही उन्हें हर वक्त अपनी यात्रा, सामान और दस्तावेजों जैसी चीजों का ध्यान नहीं रखना पड़ेगा. केंद्रीय मंत्री ने अपने बयान में कहा गया है कि यह ऐप तीर्थयात्रियों को उनकी यात्रा के दौरान आने वाली सामान्य समस्याओं का समाधान देगा. ये ऐप एक तरह से ऐसे लोगों के लिए वरदान साबित होगा जो जीवन में पहली बार हज यात्रा करने जा रहे हैं.
हज गाइड भी जारी की गई है
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हज गाइड-2024 भी जारी की है. ये गाइड 10 भाषाओं में प्रकाशित है. केंद्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में हज यात्रा को पारदर्शी, लागत प्रभावी, सुरक्षित और आध्यात्मिक रूप से संतुष्टिदायक अनुभव बनाने के बारे में बात की. इसके अलावा, ट्रेनिंग में प्रति तीर्थयात्री ट्रेनर्स की संख्या को पहले के 1:300 के अनुपात से बढ़ाकर 1:150 के अनुपात में कर दिया गया है.