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Hajj 2024: इस साल 1,40,020 हाजी करेंगे Mecca-Medina में इबादत, महरम के बिना हज पर जाएंगी 5162 महिलाएं, जानें यात्रा पर कितना आता है खर्च

Hajj Yatra 2024: सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में हज यात्रा के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है. हज यात्रा के लिए कुछ जरूरी नियमों का पालन करना होता है. राजधानी दिल्ली से 3022 हाजी को चुना गया है. 

Hajj Yatra 2024 Hajj Yatra 2024
हाइलाइट्स
  • बिना पुरुष रिश्तेदार के हज पर जाने वाली सबसे अधिक महिलाएं केरल से

  • लॉटरी के जरिए हज यात्रियों का किया गया चयन

मुस्लिम के लिए हज करना बड़े ही सबाब का काम होता है. हर साल की तरह  देश के अलग-अलग हिस्सों से हज यात्रा की चाह रखने वाले लाखों हाजियों ने यात्रा के लिए अपनी अर्जी लगाई थी. इनमें से 1,39054 हाजियों का नाम हज यात्रा के लिए चुना गया है. कुछ आवेदक प्रतीक्षा सूची में रखे गए हैं. हज यात्रा 2024 के लिए देश से हज कमेटी के माध्यम से कुल 1 लाख 40 हजार 20 हज यात्रियों को हज करने की अनुमति दी गई है. भारतीय हज समिति ने हज 2024 के लिए कम्प्यूटरीकृत लॉटरी के जरिए हज यात्रियों का चयन किया है.

किस राज्य से बिना महरम की कितनी महिलाएं
इस साल हमारे देश से 5,162 महिलाएं महरम (पुरुष रिश्तेदार) के बिना हज के लिए जाएंगी और इनमें सबसे अधिक 3584 महिलाएं केरल से हैं. बिना महरम वाली महिलाओं में तमिलनाडु से 378, कर्नाटक से 249, महाराष्ट्र से 166, उत्तर प्रदेश से 141, तेलंगाना से 130, जम्मू-कश्मीर से 82, मध्य प्रदेश से 72, गुजरात से 64 और दिल्ली से 50 आवेदन मिले थे. आंध्र प्रदेश से 44, बंगाल से 40, राजस्थान से 33, बिहार से 30, असम से 29, पुडुचेरी से 19, छत्तीसगढ़ से 14, उत्तराखंड से 10, झारखंड से नौ, गोवा और ओडिशा से पांच-पांच, लद्दाख से तीन, लक्षद्वीप से दो, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब से एक आवेदन प्राप्त हुए हैं. इंडिया से महरम के बिना हज पर जाने वाली महिलाओं की यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है. अंतिम सूची आने तक बिना मेहरम हज यात्रा करने वाली महिलाओं की संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है.

70 या उससे अधिक आयु के इतने आवेदन
70 वर्षीय और उससे अधिक आयु के 6370 महिलाओं के आवेदन प्राप्त हुए हैं. 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सर्वाधिक 1306 आवेदन महाराष्ट्र से प्राप्त हुए हैं. केरल से 1250, उत्तर प्रदेश से 586, जम्मू-कश्मीर से 530, कर्नाटक से 514, तेलंगाना से 376, गुजरात से 292, हरियाणा से 274, तमिलनाडु से 214, मध्य प्रदेश से 204, राजस्थान से 190, बिहार से 136, असम से 104, दिल्ली से 80, बंगाल से 84, झारखंड से 56, उत्तराखंड से 44, आंध्र प्रदेश से 42, छत्तीसगढ़ से 34, मणिपुर से 32, उड़ीसा से 12, लद्दाख से चार, पुडुचेरी, लक्षद्वीप और अंडोमान एंड निकोबार से दो-दो आवेदन प्राप्त हुए हैं.

राजधानी दिल्ली से इतने का चुनाव
राजधानी दिल्ली से 3022 हाजी को चुना गया है. चयनित सभी यात्रियों को हज कमेटी की ओर से शुभकामनाएं देते हुए उन्हें उनके चयन की जानकारी दी गई. इस साल दिल्ली से हज यात्रा के लिए प्रार्थियों की कुल संख्या 4084 थी. इनमें से 2011 की जनगणना के अनुसार दिल्ली की कुल मुस्लिम आबादी 21,58684 के अनुपात में चयन किए गए प्रार्थियों की कुल संख्या 3022 है. यात्रियों में सामान्य श्रेणी के 2892, 70 साल एवं अधिक आयु के 80 और बिना मेहरम के हज यात्रा पर जाने वाली महिलाओं की संख्या 50 है. 1062 आवेदक प्रतीक्षा सूची में रखे गए हैं. 

देश भर में इतने हैं हज एंबरकेशन प्वाइंट
देश भर में कुल 20 हज एंबरकेशन प्वाइंट हैं, जहां से हज यात्री यात्रा के लिए उड़ान भरेंगे. इसमें दिल्ली सबसे बड़ा एंबरकेशन प्वाइंट है. यहां से इस बार सबसे अधिक लगभग 22000 हज यात्री हज के लिए उड़ान भरेंगे. दिल्ली स्टेट हज कमटी इन सभी हज यात्रियों को सभी प्रकार की स्थानीय सुविधाएं मुहैया करवाएगी.

हज यात्रा के लिए पहले करवाना पड़ता है रजिस्ट्रेशन 
सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में हज यात्रा के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है. यह रजिस्ट्रेशन राज्य की हज कमेटी करती है. हज बैतुल्लाह के लिए आवेदन करते समय पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, कोरोना वैक्सीन की दो खुराक का सर्टिफिकेट एक ग्रुप लीडर के बैंक खाते का कैंसिल चैक देना होता है. हज जाने के लिए मुस्लिम होना जरूरी है. महिलाओं के शरिया महरम को लेकर भी कुछ नियम हैं. फ्लाइट से जुड़े कुछ नियमों को भी पूरा करना पड़ता है.

कितना आता है यात्रा पर खर्च
पूरी हज यात्रा में 40 दिन लगते हैं, इसमें 10 दिन मदीना में रहना पड़ता है. अलग-अलग दिन अलग-अलग पर्पराओं का पालन करना पड़ता है. कुछ लोग तीन दिन के लिए भी हज जाते हैं. वे 8, 9, 10 के दिन हज यात्रा करते हैं. हज यात्रा पर औसतन 3 से 3.5 लाख रुपए देने पड़ते हैं. प्राइवेट हज यात्रा पर करीब 5 लाख रुपए का खर्च आता है. हज यात्रा वर्ष 2024 के लिए दो किस्तों में दो लाख 51 हजार रुपए जमा कराना होगा. अंतिम व तीसरी किस्त की राशि के बारे में हज कमेटी ऑफ इंडिया की ओर से बाद में जानकारी दी जाएगी. वर्ष 2023 में हज यात्रा पर एक हाजी का लगभग 3.60 लाख रुपए का खर्च आया था.