देशभर में आज धूमधाम से हनुमान जयंती मनाई जा रही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि साल में दो बार हनुमान जी की जयंती मनाई जाती है. आखिर इसके पीछे की वजह क्या है और किन राशि के लोगों पर हनुमान जी विशेष कृपा होती है ये हम आपको बताएंगे. हनुमान जी भगवान शिव के अंशावतार हैं और श्रीराम के अनन्य भक्त हैं. हनुमान जी शक्ति और ज्ञान के प्रतीक माने जाते हैं. इनकी उपासना से तुरंत कष्टों का नाश होता है और जीवन की हर तरह की बाधा दूर हो जाती है. उनके विभिन्न स्तुतियों से जीवन में सफलता मिलती है और हर तरह के कष्टों का निवारण होता है.
ये है कारण
चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को साल की पहली हनुमान जयंती मनाई जाती है. वहीं दूसरी जयंती कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. आखिर वजह क्या है कि साल में दो बार हनुमान जी की जयंती मनाई जाती है. पहली कथा तो ये है कि बाल हनुमान ने जब सूर्य को आम समझ कर खाने की कोशिश की तो भगवान इंद्र ने वज्र से हनुमान जी पर प्रहार कर दिया. इसके बाद बाल हनुमान अचेत हो गए. गुस्से में पवन देव ने संसार की हवा ही रोक दी. इसके बाद देवताओं ने पवन देव को मनाया और बाल हनुमान को नया जीवन दिया. चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को ही ये सब हुआ था इसलिए इस दिन को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है. दूसरी कथा के अनुसार नरक चतुर्दशी तिथि को मां सीता ने हनुमान जी को अमरता का वरदान दिया था. इसलिए इस दिन भी हनुमान जयंती मनाई जाती है.
इन राशियों पर रहती है विशेष कृपा
वैसे तो हनुमान जी की श्रद्धा पूर्वक जो भी पूजा करता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. लेकिन विशेष कृपा मेष राशि, सिंह राशि, कुंभ राशि और वृश्चिक राशि वालों पर रहती है. ये राशि वाले अगर हनुमान जी की पूजा करें तो उनके घर में आर्थिक संपन्नता आती है, सुख समृद्धि बनी रहती है और हर काम में सफलता मिलती है.