आपसी प्रेम, सद्भावना और भाईचारे का प्रतीक होली का पर्व है. इस दिन का बच्चे-बुजुर्ग सभी को इंतजार रहता है. इस दिन अमीरी-गरीबी सब मिट जाती है. लोग एक-दूसरे को अबीर-गुलाल और रंग लगाते हैं. होली की शुभकामनाएं देते हैं. आज यानी 25 मार्च को देश में धूमधाम से होली मनाई जा रही है.
इस पर्व को विदेशों में भी सेलिब्रेट किया जाता है. होली पर लगाए जाने वाले हर रंग के अबीर-गुलाल का अपना महत्व होता है. देवी-देवताओं को भी होली के दिन रंग लगाया जाता है और भोग चढ़ाया जाता है. इससे पूरे वर्ष भगवान की कृपा बनी रहती है. आइए जानते हैं किस रंग को किसे लगाना चाहिए.
1. लाल रंग
लाल रंग से सबसे अधिक लोग होली खेलते हैं. लाल रंग साहस, उत्साह, पराक्रम और ऊर्जा का प्रतीक होता है. इतना ही नहीं लाल रंग को प्रेम के साथ भी जोड़ा जाता है.होली का लाल गुलाल जोश और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है. धार्मिक दृष्टि से भी लाल रंग का बहुत अधिक महत्व है. देवी की साधना में लाल रंग बेहद महत्वपूर्ण होता है. होली पर लाल रंग का गुलाल बच्चों और युवाओं को लगाना चाहिए.
2. हरा रंग
होली के दिन लाल रंग के बाद हरा रंग का ज्यादा उपयोग किया जाता है. हरा रंग प्रकृति की हरियाली और सुंदरता को बढ़ाने वाला रंग है. हरा रंग शीतलता, ताजगी, सुकून और सकारात्मकता का प्रतीक होता है. यह रंग तनाव भी दूर करता है. होली पर आप अपनों से बड़ों को हरा रंग लगा सकते हैं. हरा रंग सौभाग्य और समृद्धि का भी सूचक माना जाता है.
3. पीला रंग
होली पर पीले रंग का गुलाल भी बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. यह रंग सुंदरता, पूजा और सम्मान का प्रतीक है. चेहरे पर पीला रंग काफी आकर्षक लगता है. बहनों या घर की महिलाओं को पीले रंग का गुलाल लगाना चाहिए.
4. नारंगी रंग
होली के दिन लोग नारंगी रंग के गुलाल भी एक-दूसरे को लगाते हैं. यह रंग खुशहाली का प्रतीक माना जाता है. नारंगी रंग का गुलाल आप अपने करीबी लोग जैसे दोस्तों और परिजनों को लगा सकते हैं.
किस देवी-देवता को कौन सा रंग हैं प्रिय
1. भगवान कृष्ण
होली पर राधा रानी और भगवान कृष्ण की विशेष रूप से पूजा की जाती है. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि मां राधा और कृष्ण भगवान ने ही पहली बार होली खेली थी. होली वाले दिन राधा-कृष्ण की पूजा में रंग, अबीर, गुलाल व पिचकारी घर के मंदिर में रखनी चाहिए. अबीर और गुलाल राधा-कृष्ण को लगाना चाहिए. राधा जी को खिले रंग का गुलाल और भगवान कृष्ण को मटमैला गुलाल लगाना चाहिए. ऐसा करने से पति-पत्नी के संबंधों में मिठास बनी रहती है. परिवार में सुख-समृद्धि रहती है. भगवान कृष्ण को ठंडाई में केसर मिलाकर भोग लगाना चाहिए.
2. भगवान राम
होली पर हमें सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए भगवान राम की विशेष प्रकार से पूजा करनी चाहिए. इसके साथ ही होली की अग्नि में भूनी गई गेहूं और जौ की बालियों का भोग लगाना चाहिए. इससे भगवान आपके भंडार सदैव भरे रखेंगे और आपको भी कभी पैसों की कमी नहीं होगी.
3. विष्णु भगवान
होली के दिन भगवान विष्णु को आप बताशे का भोग लगाकर प्रसन्न कर सकते हैं. इसके साथ ही माता लक्ष्मी को पीले या सफेद मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए उसके बाद यह प्रसाद बच्चियों को वितरित करनी चाहिए.
4. भगवान शंकर
होली के दिन भगवान शिव के मंदिरों में चिता की राख और रंगों से होली खेलने की पुरानी परंपरा है. आप घर में भगवान शिव की तस्वीर या प्रतिमा पर होलिका दहन की राख चढ़ाकर प्रसन्न कर सकते हैं. भोले बाबा को भांग की सूखी पत्तियां भी अर्पित करनी चाहिए. चिता की राख ला पाना संभव न हो तो उनके नीले स्वरूप के अनुरूप उन्हें नीले रंग का गुलाल अर्पित करना चाहिए.
5. भगवान गणेश
होली के दिन भगवान गणेश के चरणों में हरा गुलाल लगाकर विधि विधान से पूजा करनी चाहिए. इसके बाद ठंडाई का भोग और मोदक का प्रसाद और घास अर्पित करें. इस उपाय से भगवान गणेश आपकी हर मनोकामना पूरी करेंगे और आपके सारे दुख हर लेंगे.
6. मां सरस्वती
होली के दिन मां सरस्वती की भी पूजा-अर्चना की जाती है. यदि आप घर के पूजास्थल में मां सरस्वती तस्वीर रखते हैं तो उन्हें सफेद रंग के फूल चढ़ाएं और पीले रंग का गुलाल चढ़ाएं.
7. हनुमानजी
होली के दिन भगवान हनुमानजी को चोला चढ़ाना चाहिए. गुड़ से बनी मीठी रोटियों का भोग लगाना चाहिए. यदि घर मे हनुमानजी की मूर्ति या प्रतिमा है तो होली पर हनुमानजी को सिंदूरी रंग का गुलाल लगाने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है.
8. मां दुर्गा
मां दुर्गा को होली के दिन लाल रंग की चुनरी या लाल रंग की साड़ी चढ़ाना शुभ होता है. इस दिन आप जरूरतमंदों को कपड़ों का दान भी कर सकते हैं. माता रानी को लाल गुलाल चढ़ाने से आपको विशेष कृपा प्राप्त होगी और आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे.