होली की पूरे देश में धूम है. होलिका दहन के अगले दिन रंग-गुलाल के साथ होली खेली जाती है. होलिका दहन के साथ कई सारी मान्यताएं जुड़ी हुई हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार होलिका दहन की राख को बहुत लाभकारी माना जाता है. इसकी राख से जुड़े कुछ उपाय करने से मनुष्य की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं. वहीं होलिका दहन की अग्नि से उठने वाले धूएं की दिशा से भविष्यवाणियां की जाती है. जिनका हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. आज यानी रविवार की रात में होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त है.
होलिका की राख इस तरह से रखने से घर में सुख-शांति बनी रहेगी
1. मान्यता है कि होलिका की राख से घर में सुख-शांति बनी रहती है. होलिका की राख की पोटली बनाएं और अपने पास रख लें. कोई अच्छा मुहूर्त देखकर इसे घर के सभी कोनों में छिड़क दें. इससे घर के झगड़े खत्म होंगे और सुख-शांति बनी रहेगी.
2. यदि आपके घर में पैसा नहीं टिकता है या फिर कोई आर्थिक तंगी चल रही है तो इसे दूर करने के लिए होलिका की राख को लाल रंग के कपड़े में बांधकर तिजोरी या पैसे रखने की जगह पर रख दें. आप इस राख की छोटी सी पोटली बनाकर अपने पर्स में भी रख सकते हैं. इससे आर्थिक स्थिति बेहतर होती है.
3. यदि आपके आसपास नकारात्मक ऊर्जा है या फिर आपको बार-बार नजर लग जाती है तो होलिका की राख का ताबीज बनाकर पहनें. इससे बुरी शक्तियां दूर रहती हैं. साथ ही किसी भी तरह के टोने-टोटके का भी असर नहीं होता है.
4. राहु-केतु और शनि की बुरी दृष्टि अक्सर काम में बाधा डालती है. इसे शांत करने के लिए होलिका दहन की राख को शिवलिंग पर चढ़ाएं. इस राख को नहाने के पानी में मिलाकर स्नान करने से नवग्रह पीड़ा भी शांत होती है.
5. घर-परिवार में यदि कोई व्यक्ति लंबे समय से बीमार चल रहा है तो होली के अगले दिन होलिका की राख लाकर उस बीमार व्यक्ति के माथे पर लगा दें और ऐसा 21 दिन तक करें. इससे व्यक्ति जल्द ठीक होगा.
6. अपने घर-परिवार को बुरी शक्तियों से बचाने के लिए राख में नमक और राई मिलाकर घर में गुप्त स्थान पर रख दें. जब भी किसी को नजर लगे उसके सिर से सात बार ये राख उतार कर चौराहे पर फेंक दें.
होलिका दहन की अग्नि से उठने वाले धुएं की दिशा का क्या पड़ता है असर
1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार होलिका दहन की अग्नि से उठने वाले धुएं की दिशा को देखकर शुभ और अशुभ की भविष्यवाणी की जाती है. होलिका दहन का धुंआ या अग्नि की लपटें पूर्व की ओर जाएं तो यह सभी लोगों के लिए शुभ होता है. पूरे राज्य में सुख और संपन्नता का वास होता है.
2. होलिका से उठने वाला धुंआ दक्षिण दिशा की ओर जाने लगे तो ज्योतिषाचार्यों की ओर से यह अर्थ निकाला जाता है कि ऐसी परिस्थिति में राज्य की सत्ता भंग और दुर्भिक्ष की सम्भावनाएं बढ़ सकती हैं.
3. होलिका से उठने वाला धुआं और अग्नि की लपटें यदि पश्चिम की ओर जाने लगे तो इसे अच्छा माना जाता है. इसके कारण सभी लोगों के बीच सौहार्द की भावना पैदा होती है. इसके साथ ही देश की आर्थिक व्यवस्था मजबूत होती है.
4. होलिका दहन का धुआं यदि उत्तर दिशा की ओर जाने लगे तो समझना चाहिए कि इस फसल की पैदावार अच्छी होगी.धन-धान्य की वृद्धि होगी.
5. होलिका की अग्नि या धुंआ यदि पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण दिशा की ओर न जाकर आकाश की तरफ सीधा जाए तो यह संकेत उस देश के राजा को शोक या सत्ता परिवर्तन का प्रबल योग बनाता है.