अयोध्या में भगवान राम के मंदिर में मूर्तिकारों द्वारा रामलला के बाल स्वरूप की बनाई गई प्रतिमा विराजमान हो गई है. इन मूर्तिकारों को रामलला की मूर्ति बनाने का तो सौभाग्य नहीं मिला लेकिन फिर भी आर्टिस्ट अपने स्तर पर नए-नए कार्य कर रहें है. इसमें से एक हैं जयपुर के युवा मूर्तिकार नवरत्न प्रजापति जिन्होंने सबसे छोटे भगवान राम बनाए हैं. युवा आर्टिस्ट ने पेंसिल की नोक पर अति सूक्ष्म श्रीराम की कलाकृति उकेरी है, जिसे देखते ही आप बोल उठेंगे जय श्री राम !
पेंसिल की नोक पर कलाकृति
जयपुर के महेश नगर में रहने वाले गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर मूर्तिकार नवरत्न प्रजापति ने बताया कि लेखन में काम आने वाली पेंसिल की नोक पर बनाई गई राम की कलाकृति को बनाने में उन्हें करीब 5 दिन का समय लगा. इसकी लंबाई 1.3 सेंटीमीटर है. भगवान राम के एक हाथ में धनुष तो दूसरे हाथ में बाण को तराश कर भगवान राम की मूर्ति बनाई गई है. यह मूर्ति राम म्यूजियम में रखने के लिए राम ट्रस्ट को भेंट की जाएगी ताकि भगवान राम के भक्त हमेशा इसके दर्शन कर सकें.
इनकी भी कलाकृति बना चुके हैं
बता दे कि इससे पहले नवरत्न ने 2 एमएम की लकड़ी की चम्मच बनाई थी और पेंसिल की नोक पर भगवान गणपति, भगवान महावीर स्वामी , महाराणा प्रताप, वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, डॉ भीमराव अंबेडकर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 101 कड़ी चैन की भी बना चुके हैं. अब जब पूरा देश राममय हो रहा है तो भला वह कैसे पीछे रहने वाले थे. उन्होंने पेंसिल की नोक पर राम को ऐसे उकेरा है जैसे वह साक्षात दर्शन दे रहें हैं.
(जयपुर से विशाल शर्मा की रिपोर्ट)