श्रावण कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी (Kamika Ekadashi) कहा जाता है. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. सृष्टि के पालनहार श्री हरि विष्णु (Lord Vishnu) की विशेष कृपा बरसती है. धन-संपत्ति का वरदान प्राप्त होता है. इस बार कामिका एकादशी का व्रत आज यानी 31 जुलाई दिन बुधवार को रखा जाएगा. इस दिन स्नान, दान और ध्यान का अनंत गुना फल प्राप्त होता है.
क्या है पूजा के लिए शुभ मुहूर्त
कामिका एकादशी के पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का अद्भुत संयोग बन रहा है. ज्योतिष शास्त्र में सर्वार्थ सिद्धि योग अत्यंत लाभकारी माना गया है. मान्यता है इस योग में किए गए प्रयासों में सफलता हासिल होती है. कामिका एकादशी पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 32 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 32 मिनट तक है. पारण का समय 1 अगस्त को सुबह 05 बजकर 41 मिनट से सुबह 08 बजकर 24 मिनट तक रहेगा.
इस तरह रख सकते हैं व्रत
कामिका एकादशी का व्रत दो प्रकार से रखा जाता है. निर्जल व्रत और फलाहारी या जलीय व्रत. कामिका एकादशी पर भगवान शिव और श्री हरि विष्णु दोनों की कृपा मिलती है. यदि आप एकादशी का व्रत नहीं रख पाएं तो इस दिन अन्न और भारी भोजन खाने से परहेज करें. ज्यादा से ज्यादा समय ईश्वर की उपासना में लगाएं. सच्ची श्रद्धा और पूर्ण विश्वास के साथ भक्ति करने पर आपको भी समृद्धि और सौभाग्य का वरदान मिल सकता है.
बन रहे ये शुभ मुहूर्त
1. ब्रह्म मुहूर्त: 04:17 सुबह से 04:59 बजे सुबह तक.
2. प्रातः सन्ध्या: 4:38 सुबह से 05:41 बजे सुबह तक.
3. विजय मुहूर्त: 02:42 पीएम से 03:36 पीएम तक.
4. गोधूलि मुहूर्त: 07:12 पीएम से 07:33 पीएम तक.
5. सायाह्न सन्ध्या: 07:12 पीएम से 08:15 पीएम तक.
6. अमृत काल: 07:02 एएम से 08:37 एएम तक.
क्या है पूजा विधि
1. कामिका एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं.
2. इसके बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्ज्वलित करें.
3. भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें.
4. भगवान कृष्ण को पीले फूल,पंचामृत और तुलसी दल अर्पित करें. फल भी अर्पित कर सकते हैं.
5. यदि संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें.
6. श्री हरि की आरती करें और भोग लगाएं.
7. भगवान कृष्ण का ध्यान करें उनके मंत्रों का जप करें. शिव जी को जल अर्पित करें.
8. भगवद्गीता का पाठ करें. यथाशक्ति शिवपुराण का पाठ करें.