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Kanwar Yatra 2024: कलयुग का श्रवण कुमार! दादी को कंधों पर बैठाकर कांवड़ लेकर चला पोता 

काफी लोगों की जल और कांवड़ यात्रा लगभग पूरी हो गई है. रविवार शाम तक सभी लोग अपने-अपने क्षेत्र में पहुंच जाएंगे और सोमवार सुबह जलाभिषेक करेंगे. ऐसे में ब्रजघाट से होती हुई एक अनोखी कांवड़ यात्रा, मुरादाबाद-दिल्ली रोड पर देखी गई.

Kanwar Yatra Kanwar Yatra

सावन के अंतिम सोमवार को शिवालयों पर जलाभिषेक करने के लिए बड़ी संख्या में शिव भक्त बृजघाट से गंगाजल लेकर रवाना हो रहे हैं. अब इसी कड़ी में मुरादाबाद के दिल्ली रोड कांवड़ मार्ग पर अनोखी कांवड़ देखने को मिली. इसमें एक पोता दादी को कंधों पर बैठाकर ब्रजघाट से कांवड़ लेकर चल पड़ा. इस कावड़ में एक तरफ दादी को बैठाया गया है जबकि दूसरी तरफ उनके वजन के बराबर गंगाजल रखा गया है.

सोमवार को चढ़ेगा जल 
दरअसल, मुरादाबाद से होकर लाखों शिव भक्त भ्रजघाट और हरिद्वार कांवड़ यात्रा और जल लेने के लिए जाते हैं. सावन का आखिरी सोमवार भी नजदीक है. इसी क्रम में लाखों की तादाद में शिव भक्त कांवड़ और जल लेने निकले हैं. 

अब काफी लोगों की जल और कांवड़ यात्रा लगभग पूरी हो गई है. रविवार शाम तक सभी लोग अपने-अपने क्षेत्र में पहुंच जाएंगे और सोमवार सुबह जलाभिषेक करेंगे. ऐसे में ब्रजघाट से होती हुई एक अनोखी कांवड़ यात्रा, मुरादाबाद- दिल्ली रोड कांवड़ मार्ग में देखी गई. 

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दादी को बैठाया कांवड़ पर 
इसमें एक मुरादाबाद का रहने वाला कांवड़िया अपनी दादी को कंधे पर बैठाकर कांवड़ यात्रा बृजघाट से मुरादाबाद ला रहा है. मुरादाबाद निवासी मनीष ने कावड़ में एक तरफ दादी को बिठा रखा था. जबकि कांवड़ के दूसरी तरफ उनके वजन के बराबर गंगाजल रखा हुआ था.

पोते मनीष के साथ उनके साथी भी इस अनोखी कांवड़ यात्रा को सफल बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. वे बारी-बारी से इस कांवड़ को उठाने में मदद कर रहे हैं, जिससे सफलतापूर्वक वह कांवड़ को उसके स्थान पहुंचा दें.

(जगत गौतम की रिपोर्ट)