
महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या को लेकर देश कोने कोने से श्रद्धालु लाखों की संख्या में प्रयागराज पहुंच रहे हैं. महाकुंभ मेला मे आने जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अलग-अलग रेल रूट्स पर एक तरफ जहां हजारों की संख्या में स्पेशल ट्रेने चलाई जा रही हैं, वहीं दूसरी तरफ प्रयागराज के आसपास के बड़े स्टेशनों पर भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. यूपी सरकार के आंकड़ों के अनुसार 28 जनवरी दोपहर 2 बजे तक 2.39 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई है.
मौनी अमावस्या जुटेगी भीड़
संगम नगरी प्रयागराज में लगे महाकुंभ में मौनी अमावस्या से पहले ही संगम स्नान के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है भक्तों की कतार टूटने का नाम नहीं ले रही है. हवाई यात्रा भी महंगी है लेकिन श्रद्धालुओं की श्रद्धा में कोई कमी नहीं आई है. श्रद्धालु कई किलोमीटर पैदल चलने के बाद भी बेहद जोश में हैं. इनका कहना है कि 144 साल बाद वह शुभ मुहूर्त आया है जिसके हम सब साक्षी बनना चाहते हैं. बच्चे युवा जवान और बुजुर्ग सभी आकर त्रिवेदी में आस्था की डुबकी लगाकर पूर्ण प्राप्त कर रहे हैं. प्रयागराज में रैन बसेरे भी भरे हुए हैं. मौनी अमावस्या पर भीड़ और बढ़ने की उम्मीद है. यह कहां जा रहा है कि इस महाकुंभ में 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.
ट्रेनों में चढ़ रही जबरदस्त भीड़
प्रयागराज में महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान यानी मौनी अमावस्या का स्नान कल है. त्रिवेणी संगम में आस्था के डुबकी लगाने के लिए लगातार श्रद्धालुओं का रेला प्रयागराज की तरफ जा रहा है. ऐसे में दिल्ली हावड़ा रेल रूट के सर्वाधिक व्यस्ततम रेलवे स्टेशनों में शुमार पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर श्रद्धालुओं की जबरदस्त भी उमड़ रही है. भीड़ के चलते ट्रेनों में पैर रखने की भी जगह नहीं मिल रही है. रिजर्वेशन वाले यात्री भी अपने कोच में नहीं चढ़ पा रहे हैं. साधारण टिकट वाले यात्री एसी और स्लीपर रिजर्वेशन कोच में भी चढ़ रहे हैं.
स्थानीय लोगों को मिल रहा रोजगार
महाकुंभ मेले को देखते हुए प्रशासन ने मेला क्षेत्र में यातायात प्रतिबंधित कर दिया है, जिससे श्रद्धालुओं को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस समस्या का स्थानीय लोगों ने अनोखा समाधान निकाला है. अब श्रद्धालु ठेलों पर सवार होकर महाकुंभ की यात्रा कर रहे हैं. इन रिक्शा चालकों के आमदनी का बड़ा जरिया बन चुका है.