
प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ अब अपने समापन की ओर बढ़ रहा है. महाशिवरात्रि के पावन स्नान के बाद यह ऐतिहासिक मेला समाप्त हो जाएगा. करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम में डुबकी लगाने पहुंचे, जिनमें से एक बड़ी संख्या ने रेल यात्रा को चुना. इतनी भारी भीड़ को संभालने और रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बनाए रखने का जिम्मा रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने बखूबी निभाया.
RPF का 24 घंटे का पहरा, स्टेशन से लेकर ट्रेनों तक कड़ी नजर
दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (मुगलसराय) पर भी महाकुंभ के दौरान जबरदस्त भीड़ उमड़ी. RPF की टीम ने जीआरपी और लोकल पुलिस के साथ मिलकर यात्रियों की सुरक्षा और सुगम यात्रा सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
RPF जवानों की कई अहम जिम्मेदारियां रहीं. जैसे प्लेटफॉर्म पर भीड़ को व्यवस्थित करना, ट्रेन आने पर चढ़ने-उतरने में सहायता करना, बगैर टिकट यात्रा करने वालों को रोकना, प्राथमिक उपचार देना और जरूरत पड़ने पर अस्पताल पहुंचाना, RPF की महिला टीम बुजुर्ग महिलाओं, बच्चों और दिव्यांग यात्रियों की विशेष सहायता कर रही है.
हमारी ड्यूटी ही हमारा महाकुंभ स्नान है"- RPF जवान
इतनी व्यस्त ड्यूटी के बीच क्या इन जवानों के मन में भी संगम में डुबकी लगाने की इच्छा नहीं हुई? इस सवाल पर जवानों ने दिल को छू लेने वाला जवाब दिया. RPF इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार रावत ने कहा, "हर किसी की इच्छा होती है कि वह संगम में स्नान करे, लेकिन हमारी ड्यूटी ही हमारा महाकुंभ है. हम लाखों श्रद्धालुओं को सुरक्षित यात्रा करवा रहे हैं, यही हमारा पुण्य है. हमारी टीम पूरी ऊर्जा के साथ जुटी हुई है ताकि यात्रियों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े."
वहीं महिला सब-इंस्पेक्टर अर्चना मीणा ने कहा, "हम लोगों को कुंभ में स्नान करने की इच्छा तो होती है, लेकिन हमारी असली सेवा श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना है. कई बुजुर्ग महिलाएं, बच्चे और परिवार जब कुंभ यात्रा के बाद घर लौटते हैं, तो उनकी मदद कर हमें जो संतुष्टि मिलती है, वही हमारा पुण्य है."
सुरक्षा के लिए कोई समझौता नहीं, यात्रियों के लिए तत्पर RPF
महाकुंभ के दौरान रेलवे स्टेशनों पर RPF ने हाई अलर्ट मोड में काम किया. स्टेशन पर अनाउंसमेंट कर यात्रियों को सतर्क किया गया, ट्रेन में अनाधिकृत लोगों की चेकिंग हुई और महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा उपाय किए गए. भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त फोर्स भी तैनात की गई, जिससे यात्रियों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े.