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Mahashivratri 2023 Special: भोलेबाबा के धाम में मनाएं शिवरात्रि, दुनियाभर में है इन जगहों की मान्यता

इस साल 18 फरवरी 2023 को महाशिवरात्रि मनाई जा रही है और इस पर्व को और खास मनाने के लिए आप अलग-अलग मंदिरों की ट्रिप कर सकते हैं.

Lord Shiva (Photo: Unsplash) Lord Shiva (Photo: Unsplash)
हाइलाइट्स
  • 18 फरवरी 2023 को महाशिवरात्रि मनाई जा रही है

महाशिवरात्रि पूरे भारत में मनाई जा रही है, इसलिए यह त्योहार किसी खास जगह या क्षेत्र तक सीमित नहीं है. लेकिन, भारत में कुछ लोकप्रिय शिव मंदिर और स्थान हैं जहां भक्त पूरी ऊर्जा और भक्तिपूर्ण वातावरण के साथ भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं. अगर आप महाशिवरात्रि को खास बनाना चाहते हैं तो यहां पर जा सकते हैं. 

नीलकंठ महादेव मंदिर, हरिद्वार, उत्तराखंड

Neelkanth (Photo: Flickr)


महाशिवरात्रि के दौरान बहुत से भक्तजन भोलेबाबा के धाम नीलकंठ मंदिर जाते हैं. यह हरिद्वार में है जहां शिवजी की गंगा में डुबकी लगाकर भक्तजन खुद को पापों से मुक्त करते हैं. हरिद्वार शिवधाम है और कहते हैं कि यहीं से मुक्ति का द्वार खुलता है. 
 
उमानंद मंदिर, गुवाहाटी, असम

Umanand temple (Photo: Wikipedia)


असम का उमानंद मंदिर भारत में प्रमुख महाशिवरात्रि स्थानों में से एक है. यह मंदिर ब्रह्मपुत्र नदी में मोर द्वीप पर स्थित है. देश भर से कई भक्त यहां आयोजित उत्कृष्ट उत्सव को देखने भर मात्र के लिए गुवाहाटी की यात्रा करते हैं.

भवनाथ तलेटी, जूनागढ़, गुजरात

Bhavnath Taleti (Photo: Wikipedia)


जूनागढ़ सिर्फ गिर राष्ट्रीय उद्यान के लिए ही प्रसिद्ध नहीं है बल्कि यह साधुओं का घर है जो गिर के जंगल और भवनाथ तलेटी के पार रहते हैं. महा शिवरात्रि के दौरान, जूनागढ़ पूरे भारत के हजारों लोगों को "शिवरात्रि मेले" के लिए आकर्षित करता है. मेला 5 दिन पहले शुरू होता है और महा शिवरात्रि के दिन समाप्त होता है. महाशिवरात्रि मेले के अलावा आप गुजरात की सबसे ऊंची चोटी गिरनार माउंटेन क्लाइंबिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं. 

मातंगेश्वर मंदिर, खजुराहो, मध्य प्रदेश

Matangeshwar temple


यहां महा शिवरात्रि बहुत ही भव्यता और समर्पण के साथ मनाई जाती है. 10 दिनों तक चलने वाले मेले में बड़ी संख्या में मतंगेश्वर मंदिर आने वाले लोगों के साथ लोग सागर तालाब में डुबकी लगाते हैं. इस मेले में सभी आयु-वर्ग के लोग आते हैं, जो प्रार्थना करने आते हैं और समृद्धि के लिए शिव से आशीर्वाद लेते हैं. 

ईशा योग केंद्र, कोयम्बटूर, तमिलनाडु

Isha centre (Photo: Trawell.in)


ईशा योग केंद्र की स्थापना भारतीय योगी और लेखक सद्गुरु ने की थी। यह तमिलनाडु के कोयम्बटूर में स्थित है. सद्गुरु ने शिव की 112 फीट की स्टील की मूर्ति की स्थापना की, जिसे दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति माना जाता है. महाशिवरात्रि पर्व पर इस स्थान पर विशेष उत्सव मनाया जाता है. ध्यान सहित अद्भुत नृत्य और संगीत की प्रस्तुतियां होती हैं. आगंतुक सद्गुरु के साथ रात भर चलने वाले सत्संग का आनंद लेते हैं.