हिन्दू धर्म में हर पर्व का एक खास महत्व है. भगवान शंकर को शिवरात्रि पर्व समर्पित होता है. पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. कहा जाता है कि इस दिन महादेव की पूजा-अर्चना करने से भक्त की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं.
किस दिन रखा जाएगा मासिक शिवरात्रि का व्रत
इस साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 8 फरवरी की सुबह 11 बजकर 17 मिनट से हो रही है. इसका समापन 9 फरवरी की सुबह 8 बजकर 2 मिनट पर होगा. इसके चलते मासिक शिवरात्रि का व्रत इस महीने 8 फरवरी रखा जाएगा.
शुभ मुहूर्त
मासिक शिवरात्रि के दिन 8 फरवरी 2024 को रात में 12:9 बजे से 1:1 बजे तक निशिता मुहूर्त रहेगा. श्रद्धालु दिन की पूजा ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 5: 21 बजे से 6:12 बजे तक कर सकते हैं. इस दिन भगवान शिव के साथ ही मां पार्वती की भी पूजा-अर्चना की जाती है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने से अविवाहित लड़कियों के शीघ्र विवाह के योग बनते हैं. जो महिलाएं शादीशुदा हैं उनका वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहता है. इसके साथ ही भक्त को जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है.
पूजा विधि
1. सबसे पहले सुबह उठकर भगवान शिव और मां पार्वती का ध्यान करके अपने दिन की शुरुआत करें.
2. ब्रह्म मुहूर्त में स्नान ध्यान कर साफ वस्त्र धारण करें. इसके बाद मंदिर की सफाई करें.
3. भोलेशंकर का अभिषेक दूध और गंगाजल से करें. इसके बाद धतूरा, बेलपत्र, भांग आदि चीजों को अर्पित करें.
4. भगवान शिव और मां पार्वती के चालीसा का पाठ करने के बाद विशेष प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाएं.
5. पूजा के बाद अंत में लोगों की बीच प्रसाद वितरित कर दें.
इन मंत्रों का करें जाप
1. ऊं नमः शिवाय.
2. ऊं नमो: भगवते रूद्राय.
3. ऊं तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय. धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्.
4. ऊं त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्. उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्.
इस रंग के पहने कपड़े
धार्मिक मान्यताओं के मुतिबाक मासिक शिवरात्रि के दिन हरे, सफेद और नीले रंग के कपड़े को पहनना चाहिए. इस दिन हरे रंग के वस्त्र पहनने पर महादेव प्रसन्न होते हैं. मासिक शिवरात्रि के दिन काले रंग के कपड़े कभी भी नहीं पहनने चाहिए.
मासिक शिवरात्रि के दिन क्या नहीं करें
1. इस दिन भोलेबाबा की पूजा के दौरान पंचामृत में तुलसी दल को शामिल नहीं करें. भगवान शिव को तिल भी अर्पित नहीं करें.
2. इस दिन पूजा के दौरान शिवलिंग की पूरी परिक्रमा नहीं करें.
3. शिवलिंग की परिक्रमा के दौरान जिस जगह पर दूध बह रहा हो, वहां से वापस घूमकर परिक्रमा लगाएं.
4. इस दिन चावल, दाल और गेहूं का दान नहीं करना चाहिए.
5. मासिक शिवरात्रि के दिन तामसिक भोजन नहीं करें.