आजकल बहुत से लोग इस कारण भी परेशान रहते हैं कि उनकी शादी नहीं हो पा रही है. शादी नहीं होने की कई वजह हो सकते हैं. कई बार ये भी होता है कि कुंडली में शादी के योग नहीं बन पा रहे हैं..या फिर रिश्ते बनते बनते टूट जाता है. तो नवरात्र में देवी का ध्यान करने से आपको सुयोग्य जीवन साथी का वरदान मिल सकता है.
कब आती है विवाह में बाधा
कुंडली के पांचों तत्वों में अग्नि या वायु तत्व की मात्रा ज्यादा होने पर.
चन्द्रमा,शुक्र या बृहस्पति की स्थिति कमजोर होने पर.
मंगल दोष या ग्रहण योग होने पर.
अष्टम या द्वितीय भाव में पाप ग्रह होने पर.
सप्तम भाव या सप्तमेश की स्थिति पापक्रांत होने पर.
किस प्रकार नवरात्रि में शीघ्र विवाह का वरदान मिल सकता है ?
नवरात्रि का समय हर दृष्टि से काफी पवित्र माह है.
देवी की उपासना से इस समय में हर मनोकामना पूरी की जा सकती है.
शीघ्र विवाह के लिये नवरात्रि में माँ कात्यायनी की उपासना की जा सकती है.
साथ ही मनचाहे विवाह के लिए माँ गौरी की उपासना की जा सकती है.
नवरात्रि में अगर माँ दुर्गा की उपासना विधि विधान से की जाय तो विवाह तो शीघ्र होता ही है.
बल्कि अगर वैवाहिक जीवन में बाधा है तो वो भी दूर हो जाती है.
नवरात्र के दिनों में शक्ति की आराधना जन्म जन्मांतर के पापों का नाश कर सकती है और शीघ्र विवाह का वरदान मिल सकता है. ये आदिशक्ति ही हैं जो असंभव को भी संभव बना दें. कष्ट-क्लेश, दुख-विपदा, भय-बाधा..सभी कुछ मां जगदंबा के आशीर्वाद से दूर हो जाते हैं.
अगर आपकी उम्र 18 से 24 वर्ष के बीच हो
नवरात्रि में किसी भी दिन लाल वस्त्र धारण करें.
देवी को अपनी उम्र के बराबर लौंग अर्पित करें.
"ॐ दुं दुर्गाय नमः" का यथाशक्ति जप करें.
पूजा के बाद लौंग को अपने पास रख लें.
इसे प्रसाद रूप में ग्रहण करते रहें.
अगर आपकी उम्र 25 से 30 वर्ष हो
नवरात्रि में लाल वस्त्र धारण करके पूजा करें.
देवी को तीन लाल फूल अर्पित करें.
कात्यायनी मन्त्र का यथाशक्ति जप करें.
आपकी मनोकामना पूर्ण होगी.
यह प्रयोग नवरात्रि में लगातार 03 दिन करें.
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार बताए ये प्रयोग अचूक है. इन उपायों को अपनाकर आप देवी को मना सकते हैं. आपकी हर बाधा हर विपदा देवी कृपा से दूर हो जाएगी.
अगर आपकी उम्र 30 वर्ष से ज्यादा हो
नवरात्रि के अंतिम रात्रि को देवी के समक्ष बैठें.
एक लाल रंग की चुनरी ले लें.
उसमें हल्दी की दो गाँठ और चांदी का एक सिक्का रखें.
इसको देवी को समर्पित कर दें.
इसके बाद दुर्गा सप्तशती के चतुर्थ अध्याय का पाठ करें.
शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें.
पाठ के बाद हल्दी की गाँठ और चांदी के सिक्के को उसी चुनरी में लपेटकर अपने शयनकक्ष में रख लें.
ज्योतिष के जानकार ये भी मानते हैं कि अगर कुंडली का बृहस्पति मजबूत होगा तो विवाह और वैवाहिक जीवन में शुभता बनी रहेगी. अगर आप नवरात्र में बृहस्पति को मजबूत करके भी वैवाहिक जीवन सुखी बना सकते हैं.
बृहस्पति होगा मजबूत
हर रोज़ सुबह सूर्य को हल्दी मिला हुआ जल अर्पित करें.
कम से कम 108 बार गायत्री मंत्र का जप करें.
खान पान मे सात्विकता रखें.
सलाह लेकर एक ओपल या पीला पुखराज धारण करें.
रात को सोने के पहले भगवान विष्णु से प्रार्थना जरूर करें.
अगर सच्चे मन और पूरी श्रृद्धा के साथ माता के चरणों में शीश झुकाएंगे तो फिर आप हर बाधा और परेशानी से दूर हो जाएंगे.