

नए साल के पहले दिन की शुरुआत अधिकांश लोगों ने पूजा-पाठ और धर्म-कर्म के साथ किया. मंदिर, मस्जिद से लेकर गुरुद्वारे और चर्चों में धर्म प्रेमियों की भीड़ पूरे दिन जुटी रही. भक्तों ने मंदिर में जाकर अपने आराध्य देव की पूजा-अर्चना की. इसके साथ दान-पुण्य का कार्य भी किया.
1. काशी: भोलेनाथ की नगरी काशी में नए साल के पहले दिन की शुरुआत लोगों ने मंदिरों में दर्शन-पूजन के साथ की. श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में भगवान शिव के दर्शन के लिए पूरे दिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. दशाश्वमेघ घाट पर स्नान-दान के बाद भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर बाबा विश्वनाथ के दरबार में पहुंचे.
हर-हर महादेव के जयकारे से पूरा मंदिर परिसर गूंजता रहा. धाम के हर गेट पर श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी रही. कुछ ऐसा ही हाल शहर के काल भैरव मंदिर, संकटमोचन मंदिर, दुर्गाकुंड मंदिर सहित अन्य देवालयों का भी रहा. सभी लोगों ने अपने आराध्य देव का आशीर्वाद प्राप्त करके साल 2025 के लिए सुख-समृद्धि की प्रार्थना की. गंगा घाट के किनारे नए साल के मौके पर विशेष गंगा आरती की गई. इस आरती में बड़ी संख्या में देश विदेश से आए श्रद्धालु शामिल हुए.
2. माता वैष्णो देवी मंदिर: नए साल के पहले दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता वैष्णो देवी मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे. मां वैष्णो देवी के भवन से लेकर कटड़ा तक श्रद्धालुओं से गुलजार है. मां के जयकारे से पूरा वातावरण गूंजयामन रहा. श्रद्धालुओं की भीड़ का आलम यह था कि यात्रा पंजीकरण केंद्रों व दर्शन ड्योढ़ी पर पर दिनभर लाइन लगी रही. नए साल के पहले दिन गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर में भी पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. हरियाणा के पंचकूला स्थित मनसा देवी मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे.
3. उज्जैन: महाकाल की नगरी उज्जैन में भी नए साल के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे. यहां पूरे-विधि विधान के साथ महाकाल की आरती और पूजा-अर्चना की गई. नए साल पर महाकालेश्वर का विषेश अनुष्ठान भी किया गया. माना जाता है कि साल के पहले दिन भगवान के दर्शन-पूजन से जीवन में खुशहाली और समृद्धि का वास होता है.
4. अमृतसर: स्वर्ण मंदिर में भी नए साल के मौके पर श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ रही. गुरुद्वारे में मत्था टेकने के अलावा यहां के पवित्र तालाब में भी श्रद्धालु स्नान करते दिखे. इस दौरान स्वर्ण मंदिर सुनहरे रंग में चमकता हुआ नजर आया.
5. मथुरा: नए साल के मौके पर ब्रज की गलियां भी चहक उठीं. श्रीकृष्ण जन्मभूमि से लेकर बरसाना, गोकुल और नंदगांव तक उत्सव मनाया गया. नए साल के मौके पर बड़ी तादाद में श्रद्धालु बांके बिहारी के दर्शन पूजन के लिए पहुंचे. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मथुरा में प्रशासन की तरफ से भी तमाम इंतजाम किए गए थे. मसलन, बैरिकेडिंग हो या श्रद्धालुओं की लाइन हर जगह प्रशासन मुस्तैद दिखा.
6. विंध्याचल: जगत जननी मां विंध्यवासिनी के दर पर भी नए साल की रौनक नजर आई. यहां विधि-विधान के साथ मां की आरती और पूजा की गई. इस दौरान यहां भी माता रानी के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे.
7. अयोध्या: प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में नए साल के मौके पर रामलला को प्रसाद के रूप में 56 भोग चढ़ाया गया. इसी भोग को प्रसाद के तौर पर भक्तों में वितरण किया गया. श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में स्नान करने के बाद राम मंदिर सहित अयोध्या के अन्य मठ-मंदिरों में जय श्री राम की उद्घोष के साथ दर्शन कर नए साल की शुरुआत. नए साल के पहले दिन राम मंदिर में सुबह 6:30 बजे ही प्रभु राम का पट खुल गया था. लंबी-लंबी लाइनों में लगकर श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन किए.
8. देवघर: नए साल पर देवघर स्थित वैद्यनाथ धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए पहुंचे. यहां सुबह से लेकर पूरे दिन भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं. भक्त अपनी बारी आने पर बाबा के दर्शन किए. धार्मिक मान्यता है कि नए साल की शुरुआत दर्शन-पूजन के साथ करने से पूरे साल भक्तों का जीवन आनंदमय बीतता है.
9. दिल्ली: दिल्ली के झंडेवालान मंदिर में भी सुबह से ही भक्तों का सैलाब उमड़ रहा. नए साल के मौके पर मां का विधिवत शृंगार किया गया. इस शुभ अवसर पर मां की मूरत देखते ही बन रही है. दिल्ली की कालकाजी मंदिर, छतरपुर मंदिर से लेकर हनुमान मंदिर समेत कई मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. हनुमान मंदिर में श्रद्धालुओं का पूरे दिन तांता लगा रहा.
10. शिरडी: शिरडी में साईंबाबा के दर पर भी हजारों श्रद्धालु पहुंचे. नए साल के मौके पर शिरडी में श्रद्धा और सबुरी का अद्भुत संगम नजर आया. साईंबाबा के हजारों भक्त उनके दर्शन-पूजन के साथ नए साल की शुरुआत की.