श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के बाद 28 देशों के 88 प्रवासी श्री राम जानकी मंदिर के दर्शन करने के लिए अयोध्या पहुंचे हैं. सभी लोगों ने सरयू आरती में भी भाग लिया. सोमवार को यह सभी श्री राम जानकी मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ भी करेंगे.
वंदे भारत ट्रेन से पहुंचे
रविवार की शाम यह सब एनआरआई वंदे भारत ट्रेन से अयोध्या धाम स्टेशन पहुंचे. वहां से यह सभी सीधे सरयू तट पर होने वाली आरती में पहुंचे और आरती के पूरे कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे. 28 देशों के इन 88 अप्रवासी भारतीयों के साथ-साथ भूटान के राज्यपाल और तिब्बत पार्लियामेंट के स्पीकर भी मौजूद रहे. इतना ही नहीं बल्कि ये सभी हनुमान गढ़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2024 में पुनः प्रधानमंत्री बनने को लेकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे.
उज्बेकिस्तान में रह रहे भारतीयों को जागरूक करना
उज्बेकिस्तान से आए श्रद्धालु अशोक तिवारी कहते हैं कि उज्बेकिस्तान से आने का सबसे पहला मकसद है सबको अपने धर्म और उज्बेकिस्तान में रह रहे सभी भारतीयों को जागरूक करना है. अब श्री राम का दर्शन उनके घर में करने को मिल रहा है. उम्मीद है कि उज्बेकिस्तान में रहने वाले हमारे सारे भारतीय समय अपने पर सबसे पहले अयोध्या जाकर श्री राम का दर्शन करेंगे. वहीं कजाकिस्तान की श्रद्धालु ममता तिवारी कहती हैं कि हर जगह सब लोग श्री राम-श्री राम कर रहे हैं. हमारे लिए राम जी सबसे पहले हैं और श्री राम जी के दर्शन के लिए हम सब आए हैं. बहुत अच्छा माहौल है हम लोग अभिवादन भी करते हैं.
हिंदुज्म और बुद्धिज्म एक दूसरे के बेहद करीब है
जहां भूटान के राज्यपाल नांबियार कहते हैं कि हिंदुज्म और बुद्धिज्म एक दूसरे के बेहद करीब है इसलिए भूटान में बहुत अधिक स्वागत किया जाता है. वहीं तिब्बत पार्लियामेंट्री बोर्ड के स्पीकर कैंबीशन कहते हैं, “मैं राम मंदिर दर्शन करने आया हूं और बहुत उत्साहित हूं. सबके साथ आकर मैं काफी खुश हूं.”
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