22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए एक ऐतिहासिक और शुभ अवसर है. राम जन्मभूमि की लड़ाई कई दशकों तक चली और आखिरकार 500 वर्षों के बाद रामलला अपने जन्मस्थान पर लौट रहे हैं. राम मंदिर के उद्घाटन से श्रद्धालुओं में भक्ति और उत्साह की लहर दौड़ गई है, जो विभिन्न तरीकों से अपनी खुशी और कृतज्ञता व्यक्त कर रहे है.
कुछ भक्तों के तरीके अनोखे और अद्भुत हैं, जो हिंदू संस्कृति की विविधता और रचनात्मकता को दर्शाते हैं. आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी चीजों के बारे में, जो लोग राम मंदिर उद्घाटन के लिए कर रहे हैं.
वडोदरा के भक्त ने राम मंदिर के लिए बनाया 1100 किलो का दीपक
गुजरात के वडोदरा के एक भक्त अरविंदभाई मंगलभाई पटेल ने राम मंदिर उद्घाटन के लिए 1100 किलोग्राम वजन का एक विशाल दीपक तैयार किया है. पीतल और तांबे से बना दीपक 9.25 फीट लंबा और 8 फीट चौड़ा है और इसमें 851 किलोग्राम घी समा सकता है. दीपक पंचधातु से बना है जो 5 धातुओं - सोना, चांदी, तांबा, जस्ता और लोहा का एक मिश्रण है. दीए को सही बनाने में कई महीने लग गए और 5वें प्रयास में वह सफल रहे. यह भक्त एक किसान है. उन्होंने कहा कि वह भगवान राम के प्रति अपने प्यार और सम्मान के प्रतीक के रूप में दीपक अर्पित करना चाहता है. उन्होंने बताया कि सड़क मार्ग से दीपक अयोध्या के लिए रवाना कर दिया गया है और जल्द राम मंदिर तक पहुंच जाएगा.
हैदराबाद से 9 किलो की स्वर्ण पादुकाएं पहुंचाने के लिए पदयात्रा
हैदराबाद के चल्ला श्रीनिवास शास्त्री राम मंदिर में स्वर्ण पादुका पहुंचाने के लिए पदयात्रा या पैदल तीर्थयात्रा कर रहे हैं. इन पादुकाओं का वजन 9 किलोग्राम है और कीमत 65 लाख रुपये है. ये भगवान राम के प्रति श्रद्धा और सेवा का प्रतीक हैं. शास्त्री ने कहा कि उन्होंने अपनी यात्रा 5 अगस्त, 2020 को शुरू की, जिस दिन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर की आधारशिला रखी थी. उन्होंने कहा कि वह अब तक 8000 किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं, 11 राज्यों और 108 शहरों से गुजरे हैं और रास्ते में लोगों से दान और आशीर्वाद इकट्ठा किया है. उन्होंने कहा कि वह उद्घाटन से एक दिन पहले 21 जनवरी 2024 को अयोध्या पहुंचेंगे और राम लला को पादुकाएं अर्पित करेंगे.
22 जनवरी को हो बच्चे का जन्म
उत्तर प्रदेश में कुछ गर्भवती महिलाओं ने अपने डॉक्टरों से 22 जनवरी, 2024 को राम मंदिर में राम लला के आगमन के अवसर पर सी-सेक्शन डिलीवरी करने का अनुरोध किया है. जिन महिलाओं की डिलीवरी उस तारीख के आसपास होने वाली है, उन्होंने कहा कि वे चाहती हैं कि उनके बच्चे उसी दिन पैदा हों जिस दिन भगवान राम पैदा हुए थे, और उन्हें भगवान राम का आशीर्वाद मिले. महिलाओं ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि उनके बच्चे स्वस्थ और खुश होंगे और बड़े होकर अच्छे नागरिक और भगवान राम के भक्त बनेंगे. हालाँकि, डॉक्टरों ने महिलाओं को सलाह दी है कि वे अपने गायनोकोलॉजिस्ट से परामर्श लें और चिकित्सा दिशानिर्देशों का पालन करें, और अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के साथ कोई रिस्क न लें.
भक्तों के लिए 7000 किलो 'राम हलवा'
नागपुर में रहने वाले शेफ विष्णु मनोहर ने घोषणा की है कि वह राम मंदिर उद्घाटन में शामिल होने वाले भक्तों के लिए 7000 किलोग्राम 'राम हलवा', एक पारंपरिक मिठाई तैयार करेंगे. विष्णु के पास सबसे लंबे समय तक, 52 घंटे तक खाना पकाने का विश्व रिकॉर्ड है. उन्होंने कहा कि वह हलवा बनाने के लिए 900 किलोग्राम रवा, 1000 किलोग्राम घी, 1000 किलोग्राम चीनी, 2000 लीटर दूध, 2500 लीटर पानी, 300 किलोग्राम सूखे मेवे और 75 किलो इलायची पाउडर का इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने कहा कि वह लगभग 1300-1400 किलोग्राम वजन वाली कढ़ाही में हलवा बनाएंगे. हलवा भक्तों को प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा.
सीता मां की जन्मस्थली से 3000 से ज्यादा उपहार
राम मंदिर उद्घाटन के लिए भगवान राम की पत्नी सीता की जन्मस्थली, नेपाल के जनकपुर से 3000 से ज्यादा उपहार अयोध्या पहुंचे हैं. 500 भक्त इन उपहारों को लाए हैं जिनमें पैसे, कपड़े, फल, सोना, चांदी और मिठाई शामिल हैं. ये उपहार जनकपुर धाम राम जानकी मंदिर और नेपाल के लोगों ने भेजे हैं, जो अयोध्या को अपनी बहन का शहर मानते हैं. ये उपहार दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों और दोनों देशों में भगवान राम और सीता के प्रति श्रद्धा को भी दर्शाते हैं. इन उपहारों को अयोध्या में एक विशेष प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया जाएगा और राम लला और मंदिर को भी अर्पित किया जाएगा.
अहमदाबाद से भेजा जा रहा है नगाड़ा
गुजरात के अहमदाबाद से एक विशाल नगाड़ा अयोध्या भेजा जा रहा है, जिसकी धुन पर प्राण प्रतिष्ठा के दिन भक्त झूमते नज़र आएंगे. यह अदभुत-अलौकिक नगाड़ा सोने-चांदी के बर्क से तैयार किया गया है.