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पितृपक्ष मेला 2022: गया में घूमने से लेकर पिंडदान तक..एक क्लिक पर मिलेंगी सारी जानकारी, जिला प्रशासन ने लॉन्च किया ऐप

पिंडदान देश के कई जगहों पर किया जाता है, लेकिन बिहार के गया में पिंडदान का एक अलग ही महत्व है. कहते हैं यहां पर पिंडदान करने 7 पीढ़ियों का उद्धार होता है. इसलिए गया में पितरों को पिंडदान करने के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी लोग आते हैं. इस बार जिला प्रशासन पिंडदान और गया से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए एक ऐप लॉन्च किया है.

Pitru Paksha 2022 Pitru Paksha 2022
हाइलाइट्स
  • 9 से 25 सितंबर तक चलेगा पितृपक्ष मेला

  • 16 पदाधिकारियों की बनाई गई एक डेडीकेटेड टीम

गया में पितृपक्ष मेला से जुड़ी हर जानकारी अब आपको एक क्लिक पर मिलेगी. गया जिला प्रशासन ने पितृपक्ष मेले में आने वालों के लिए पिंडदान ऐप और वेबसाइट लॉन्च किया है. इस वेबसाइट और ऐप के जरिए गया और पिंडदान से जुड़ी तमाम जानकारी हासिल की जा सकती है.

वेबसाइट और एप किया लॉन्च

ऐसा माना जाता है कि पितृपक्ष के दौरान पिंडदान का महत्व बढ़ जाता है. इसलिए इस दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु गया पहुंचते हैं, लेकिन इस साल पितृपक्ष मेले को लेकर गया के जिला प्रशासन ने खास तैयारी की है. जिला प्रशासन ने वेबसाइट और एप लॉन्च किया है. जिसके जरिए यात्री गया आने से पहले ही अपने रहने से लेकर पूजा के लिए पंडों समेत आसपास के जगहों के घूमने के लिए बुकिंग कर सकेंगे. ताकि यहां आने पर उन्हें दिक्कत ना हो.

कई सुविधाओं का किया ऐलान

यही नहीं इस साल आयोजित होनेवाले विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले के लिए प्रशासन ने कई सुविधाओं का भी ऐलान किया है.

  • यात्रियों को अगर कोई समस्या होती है, तो एक खास नंबर पर फोन करके मदद भी ले सकते हैं.

  • विष्णुपद मंदिर परिसर में BSNL वाईफाई की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी.

  • इंटरएक्टिव वॉइस रिस्पांस सिस्टम के माध्यम से कॉल सेंटर की स्थापना की गई है.

  • आईवीआरएस नंबर डायल करने पर कॉल फ्लो के माध्यम से संबंधित विभागों का चयन कर सके. इसके अतिरिक्त 5 हंटिंग लाइन का कंट्रोल रूम स्थापित की गई है.

  • 8 विभागों के 16 पदाधिकारियों की एक डेडीकेटेड टीम बनाई गई है. जो मेला व्यवस्था को देखेंगे.

दो साल के बाद गया में इस बड़े पैमाने पर विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला का आयोजन किया जा रहा है. जो 9 से 25 सितंबर तक चलेगा. बिहार सरकार को उम्मीद भी है कि इस साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस मेले में शामिल होंगे.