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Power of Shankh: देवी लक्ष्मी को बेहद प्रिय है शंख... इसकी ध्वनि से अपार धन और समृद्धि की होती है प्राप्ति... यहां जानिए कैसे

ऐसी धार्मिक मान्यता है कि यदि घर में शंख हो तो मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है. आइए जानते हैं आखिर शंख से देवी लक्ष्मी का क्या संबंध है और शंख के प्रभाव से देवी लक्ष्मी की कृपा कैसे प्राप्त होती है?

Power of Shankh Power of Shankh
हाइलाइट्स
  • शंख को चंद्रमा और सूर्य के समान ही माना गया है देव स्वरूप 

  • जहां शंख होता है, वहां नहीं होती धन हानि 

हिंदू धर्मग्रंथो में शंख का विशेष महत्व बताया गया है. ऐसा माना जाता है कि देवी लक्ष्मी को शंख बेहद प्रिय है. यदि घर में शंख हो तो मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है. शंख को चंद्रमा और सूर्य के समान ही देव स्वरूप माना गया है. कहते हैं कि जहां शंख होता है, वहां धन हानि नहीं होती. शंख के वास के साथ-साथ मां लक्ष्मी का वास अपने आप हो जाता है. शंख की उत्पत्ति समुद्र से हुई है और इसे देवी लक्ष्मी का भाई भी माना जाता है.

शंख की ध्वनि का प्रभाव
शंख की ध्वनि से अपार धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है. शंख की ध्वनि से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. शंखनाद के द्वारा नकारात्मक ऊर्जा, भूत, प्रेत इत्यादि दूर भाग जाते हैं और समस्त प्रकार के विषाणु नष्ट होते हैं. शंख के स्पर्श मात्र से साधारण जल भी गंगा जल के समान पवित्र हो जाता है.

शंख के प्रकार और उनका महत्व
शंख के तीन प्रकार होते हैं. पहला दक्षिणावर्त शंख, दूसरा मध्यावर्त शंख और तीसरा वामावर्त शंख. दक्षिणावर्त शंख भगवान विष्णु का शंख है और वामावर्त शंख देवी लक्ष्मी का शंख है. वामावर्त शंख यदि घर में हो तो धन की कमी नहीं होती. मध्यावर्त शंख गणेश जी का माना जाता है.

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शंख का धार्मिक महत्व
सनातन धर्म में शंख का अद्भुत महत्त्व है. किसी भी धार्मिक कार्य या अनुष्ठान में शंख का प्रयोग अनिवार्य होता है. हमारे देवता हरि, कृष्ण, हनुमान जी, राम जी आदि सभी के पूजन में शंख का प्रयोग होता है. शंख के बिना कोई अनुष्ठान पूर्ण नहीं होता. शंख के चमत्कार असीम हैं और इसका पूजन और प्रयोग करने से केवल धन की ही नहीं बल्कि हर तरह की कामनाओं की पूर्ति होती है.