अयोध्या में राम नवमी और रामनवमी मेले की विशेष तैयारियां शुरू हो गयी हैं. रामनवमी पर आने वाले हजारों यात्रियों का सामान एक साथ सुरक्षित रखने के लिए करीब 15 हजार लॉकर की सुविधा देने की तैयारी की जा रही है.5 हजार लॉकर बनाने का काम पूरा हो चुका है. इसके साथ ही गर्मी को देखते हुए पीने के पानी और जन्मभूमि पथ पर शेड बनाने का काम शुरू हो गया है. राम मंदिर लोकार्पण के बाद पहली बार होने वाले रामनवमी के पर्व में रिकॉर्ड दर्शनार्थियों के आने के अनुमान को देखते हुए क्राउड मैनेजमेंट के लिए भी प्लान तैयार किया जा रहा है.
बनाए जा रहे 15 हजार लॉकर
श्रद्धालुओं के सामना को सुरक्षित रखने के लिए जन्मभूमि पथ पर फैसिलिटी सेंटर (facility centre) में लॉकर बनाए जा रहे हैं.दर्शनार्थियों का सामान रखने के लिए 5 हजार लॉकर बन कर तैयार हैं.एक सप्ताह में लॉकर की संख्या 10 हज़ार की जाएगी जिसमें राम भक्त दर्शन के समय अपना मोबाइल और सामान रख पाएंगे. राम नवमी तक 15 हजार लॉकर की सुविधा दर्शनार्थियों को मिलेगी. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि राम जन्मभूमि मंदिर में किसी भी दर्शन,आरती,प्रसाद के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा.साथ ही लॉकर भी निशुल्क उपलब्ध होंगे.वहीं श्रद्धालुओं के जूते-चप्पल को सुरक्षित रखने के लिए कुछ संस्थाएं 'पादुका सेवा' के लिए आगे आयी हैं. उसके लिए भी कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा.
स्कैनर और दूसरे सुरक्षा इंतजाम
9 अप्रैल से शुरू हो रहे विश्व प्रसिद्ध रामनवमी के मेले को दर्शनार्थियों और उनके सामान की जांच के लिए अभी तक 7 स्कैनर लगाए गए हैं. इन स्कैनरों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है. इसके अलावा पूरे जन्मभूमि पथ पर गर्मी और धूप से बचने के लिए शेड बनाने का काम भी चल रहा है. राम नवमी पर 24 घंटे दर्शन के लिए मंदिर खोलने की घोषणा की जा चुकी है. 16,17, 18 अप्रैल को 24 घंटे रामलला का मंदिर खुला रहेगा. वहीं दर्शनार्थियों कि अनुमानित संख्या को देखते हुए क्राउड मैनेजमेंट का प्लान भी तैयार किया जा रहा है. इसके लिए क्यू बैरिकेडिंग कर भीड़ को नियंत्रित कर दर्शन कराने का प्लान तैयार किया जा रहा है. इस प्लान के अनुरूप लोगों को सुगमता से दर्शन कराया जाएगा और एक जगह पर बहुत ज़्यादा भीड़ नहीं होगी.
9 अप्रैल से मेले की शुरुआत
रामलला की अपने जन्मभूमि पर बने मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार राम नवमी का पर्व 17 अप्रैल को मनाया जाएगा.चैत्र नवरात्र के 9वें दिन रामनवमी पर पूरे अयोध्या में न सिर्फ़ आयोजन होते हैं बल्कि मंदिर में कई विशेष आयोजन भी होते हैं. मंदिर निर्माण से पहले भी राम नवमी पर सबसे ज़्यादा श्रद्धालु अयोध्या पहुंचते रहे हैं. इस बार रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने और भव्य मंदिर का लोकार्पण होने की वजह से बहुत ज़्यादा संख्या में श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने का अनुमान है.9 दिन तक चलने वाले रामनवमी मेले की शुरुआत 9 अप्रैल को ही हो जाएगी. इसके लिए पहले से तैयारियां की जा रही हैं.