यदि आप जुलाई में कार, बाइक, मोबाइल या कोई अन्य सामान खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं इसके लिए कौन सा दिन शुभ है. इसी महीने पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra) पड़ रहा है.
ज्योतिषशास्त्र में कुल 27 नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को सर्वश्रेष्ठ माना गया है. सभी नए सामान की खरीदारी के लिए पुष्य नक्षत्र को सबसे पवित्र माना जाता है. पुष्य का अर्थ है पोषण करने वाला, ऊर्जा व शक्ति प्रदान करने वाला. पुष्य को ऋग्वेद में तिष्य यानी शुभ या मांगलिक तारा भी कहते हैं. इसे नक्षत्रों का राजा भी कहा जाता है.आइए जानते हैं जुलाई में किस दिन पुष्य नक्षत्र पड़ रहा है.
कब है पुष्य नक्षत्र
ज्योतिषशास्त्र में पुष्य नक्षत्र को 8वां नक्षत्र बताया गया है. इसके स्वामी गुरु हैं. पुष्य नक्षत्र यदि गुरुवार या रविवार को पड़ता है तो इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार 7 जुलाई 2024 के दिन पुष्य नक्षत्र बन रहा है.
इस नक्षत्र की शुरुआत 7 जुलाई को सुबह 4:48 बजे से हो रहा है, जो 8 जुलाई 2024 को सुबह 6:03 बजे तक रहेगा. 7 जुलाई को आषाढ़ शुक्ल की द्वितीया तिथि रहेगी. यह रविवार का दिन रहेगा, इसलिए इसे रवि पुष्य नक्षत्र कहा जाएगा. धार्मिक मान्यता है कि पुष्य नक्षत्र यदि रविवार के दिन पड़े तो इसमें मां लक्ष्मी का प्रभाव रहता है.
रवि पुष्य योग में क्या खरीदें
ज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि रवि पुष्य योग के दिन मां लक्ष्मी भी घर में आती हैं और लंबे समय तक निवास करती हैं. रवि पुष्य योग को नई कार या कोई अन्य वाहन, सोने और हीरे के आभूषण घरेलू और इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने के लिए भी अच्छा माना जाता है. इस दिन लाल धातु खरीदना अत्यंत शुभ होता है. इसी प्रकार भूमि और भवन भी खरीद सकते हैं.
इस दिन कोई भी नया काम भी शुरू किया जा सकता है. ऐसा माना जाता है कि इस दौरान शुरू किए गए सभी नए काम पूरे होते हैं और सकारात्मक परिणाम देते हैं. साल में केवल दो या तीन बार ही ऐसे शुभ योग बनते हैं. जरूरी कागजातों पर हस्ताक्षर या पूजा-अनुष्ठान आदि के लिए भी यद दिन शुभ माना जाता है.
मां लक्ष्मी की करें पूजा
मान्यता है कि पुष्य नक्षत्र में मां लक्ष्मी की पूजा जरूर करनी चाहिए. इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है. गृहस्थ जीवन में खुशहाली के लिए पुष्य नक्षत्र में गाय को गुड़ खिलाना चाहिए. साथ ही घर के पास किसी मंदिर में दीपक भी जलाएं. ऐसा करने से संकटों से मुक्ति मिलती है. पुष्य नक्षत्र में जिसका जन्म होता है वे दूसरों की भलाई के लिए सदैव तत्पर रहते हैं. इन्हें दूसरों की सेवा और मदद करना अच्छा लगता है. इस नक्षत्र के जातक मेहनत और परिश्रम से कभी पीछे नहीं हटते और अपने काम में लगनपूर्वक जुटे रहते हैं.