
प्रयागराज में लगने जा रहे महाकुंभ में श्रद्धा और आस्था की अनूठी तस्वीरें देखने को मिल रही हैं. देश के कोने-कोने से साधु-संत और संन्यासी कुंभ नहाने पहुंच रहे हैं, जो अपने अलग-अलग रंग रूप और छवियों से तमाम लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं.
धर्म के प्रचारक और रक्षक हैं बवंडर बाबा
ऐसे ही एक बाबा हैं बवंडर बाबा, जो बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर इंदौर से पूरे देश की यात्रा पर निकले हैं और फिलहाल महाकुंभ में भी पहुंचे हैं. बवंडर बाबा का कहना है कि वे सनातन धर्म के प्रचारक और रक्षक हैं. देवी-देवताओं के अपमान के खिलाफ जागरुकता फैलाने के लिए पूरे देश की यात्रा पर हैं. खासतौर से सामानों के पैकेट और होर्डिंग-बैनर पर देवी-देवताओं की तस्वीरों के इस्तेमाल के खिलाफ बवंडर बाबा अपना अभियान चला रहे हैं, ताकि धर्म और धार्मिक भावना की गरिमा बनी रहे.
बाल नहीं कटवाने का लिया है संकल्प
बवंडर बाबा साढ़े 3 साल से देश की यात्रा पर हैं. और इन्होंने संकल्प लिया है कि जब तक देवी-देवताओं के अपमान के खिलाफ जन-जागरण अभियान अंजाम तक नहीं पहुंचता तब तक ये दाढ़ी और सिर के बाल नहीं कटवाएंगे और जूते-चप्पल भी नहीं पहनेंगे.
2001 से लगातार हर साल संगम तट पर आते हैं
ऐसे ही एक और बाबा हैं राम दीन राम बाबा. ये बाबा 2001 से लगातार हर साल संगम तट पर लगने वाले कुंभ और माघ मेलों में आते रहे हैं, उनकी आवाज़ को कुंभ और माघ मेलों से जुड़ा हर शख्स पहचानता है. राम राम जपते जपते वो राम मय हो गए हैं. रामदीन बाबा की उम्र के हर आदमी हर साल माघ मेला, 6 साल पर अर्ध कुंभ और 12 साल पर महाकुंभ में अपना दैनिक जीवन छोड़कर कल्पवास करने आते हैं लेकिन राम दिन भले ही कल्पवास ना करते हो लेकिन एक कल्पवासी की तरह हर साल इनका मेले में आने का क्रम नहीं टूटता है.
राम नाम का जाप करते हुए घूमते हैं
77 साल के रामदीन भगवान के राम के नाम का जप हर वक्त करते हैं, यही नहीं पूरे मेले में घूमते हुए वो राम राम सा. राम राम सा, का जाप करते रहते हैं, उनके हाथों में पारंपरिक म्यूजिक धुन बजाने वाले एक इंस्ट्रूमेंट है. राम रामदीन की उम्र 77 साल है. इनका एक बेटा सुप्रीम कोर्ट में वकील है, और एक बेटी भी है जिसका विवाह हो चुका है. रामदीन कहते हैं मैं किसान हूं, राम नाम की खेती भी करता हूं, जो कभी खत्म नहीं होती, क्योंकि राम नाम की लूट है, लूट सके तो लूट, अंत काल पछतायेगा जब प्राण जाएगा छूट. राम दीन राम जाट कहते हैं कि राम नाम से उन्हें सुख मिलता है.
-आनंद राज की रिपोर्ट