सावन का महीना शिव जी को समर्पित है. सावन के पावन महीने में भगवान शिव की उपासना की जाती है. सावन के महीने में व्रत रखने से जीवन में सुख समृद्धि आती है और व्यक्ति की सभी मनोकामना भी पूरी होती है. कहा जाता है कि सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है.
हिंदू पंचांग के अनुसार सावन के महीने की शुरुआत श्रावण कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है. इस साल सावन का महीना बहुत ही खास होने वाला है. इस बार सावन का महीना दो महीने का होने वाला है. इस हिसाब से इस बार सावन के महीने में 8 सोमवार पड़ेंगे.
कब से शुरू हो रहा है सावन
इस बार सावन आरंभ होने की तिथि 4 जुलाई है. जबकि सावन का समापन 31 अगस्त, गुरुवार के दिन होगा. इस बार भक्तों को भगवान शिव की उपासना के लिए कुल 58 दिन मिलेंगे. यह शुभ संयोग 19 साल बाद बन रहा है. इस बार 18 जुलाई से 16 अगस्त तक सावन अधिकमास रहने वाला है. इस बार 18 जुलाई से 16 अगस्त तक मलमास रहेगा. यानी इस बार सावन में भगवान शिव के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होगी.
किस-किस दिन है सोमवार
सावन पहला सोमवार: 10 जुलाई
सावन दूसरा सोमवार: 17 जुलाई
सावन तीसरा सोमवार: 24 जुलाई
सावन चौथा सोमवार: 31 जुलाई
सावन पांचवा सोमवार: 7 अगस्त
सावन छठा सोमवार: 14 अगस्त
सावन सातवां सोमवार: 21 अगस्त
सावन आठवां सोमवार: 28 अगस्त
कैसे करें पूजा?
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें. इसके बाद साफ कपड़े पहनकर किसी शिव मंदिर की ओर प्रस्थान करें. शिवजी की पूजा करते समय विशेष ध्यान रखें. पूजा के लिए जल हमेशा अपने दाहिने हाथ से ही चढ़ाएं. भगवान शिव का जल अर्पित करते समय 'ॐ नमः शिवाय मंत्र' का जाप करें. भोले बाबा को अक्षत, सफेद फूल, सफेद चंदन, भांग, धतूरा अर्पित करें. मंदिर में बैठकर सावन के सोमवार के दिन सोमवार व्रत की कथा अवश्य पढ़ें. भगवान शिव को प्रसाद के रूप में घी और चीनी का भोग लगाएं. मंदिर के अंदर ही शिव जी का ध्यान करें.