
साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण इसी महीने लगने जा रहा है. इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को चैत्र अमावस्या के दिन लगेगा. इस दिन का सूर्य ग्रहण मीन राशि और उत्तर भाद्रपद नक्षत्र में घटित होगा. इस दौरान सूर्य, राहु, शुक्र, बुध और चंद्रमा सभी मीन राशि में होंगे. इन ग्रहों की स्थितियों का प्रभाव ज्यादा महत्वपूर्ण होगा. हालांकि साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा.
सूर्य ग्रहण का प्रभाव-
साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं देखा जा सकेगा. पंडित हनुमान मिश्रा जी ने बताया कि ग्रहण भारत में दृश्य नहीं है, इसलिए भारत पर ना तो इसका सूतक का प्रभाव होगा और ना ही किसी राशि पर असर होगा. उन्होंने यह भी साफ किया कि इस सूर्य ग्रहण से भारत के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है.
शनि की स्थिति और प्राकृतिक आपदाएं-
इस सूर्य ग्रहण पर शनि की स्थिति के कारण प्राकृतिक आपदाओं की संभावना है. पंडित हनुमान मिश्रा जी ने कहा कि शनि वायु तत्व का ग्रह है, राशि में जा रहा है तो समुद्री तूफान, बवंडर या प्राकृतिक आपदाओं के कुछ लक्षण आने वाले कुछ दिनों में कुछ स्थान विशेषकर में देखने को मिल सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग समुद्री किनारे हैं या जहाँ प्राकृतिक आपदाएं अक्सर आती हैं, वहां लोगों को प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर चलने की जरूरत होगी.
शनि की साढ़े साती का प्रभाव-
मेष, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए शनि की साढ़े साती का प्रभाव महत्वपूर्ण रहेगा. के एम सिन्हा ने बताया कि साढ़े साती का नाम सुनते ही लोग डर जाते हैं और डरना चाहिए भी, क्योंकि शनिदेव न्याय के देवता हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हर साढ़ेसाती जो है, वो खराब नहीं होती है. मेष राशि वालों के लिए यह साढ़े साती का पहला चरण होगा.
मेष राशि वालों के लिए विशेष सावधानियां-
मेष राशि वालों के लिए विशेष सावधानियां बरतने की आवश्यकता है. के एम सिन्हा ने बताया कि मेष राशि एक अग्नि तत्व वाली राशि है और शनि वायु है. अब आग और वायु का कनेक्शन आप लोग जानते हैं कि अग्नि में वायु जो है एकदम भड़क जाता है. उन्होंने यह भी कहा अग्नि लगने की घटना ज्यादा हो जाती है. इसलिए मेष राशि वालों को गुस्सा और क्रोध पर नियंत्रण रखना जरूरी है.
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