
उत्तर प्रदेश प्रशासन ने महाकुंभ (Mahakumbh 2025) में न जा पाने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष पहल की है. फायर ब्रिगेड व्हीकल्स की मदद से गंगाजल को विभिन्न शहरों में पहुंचाया जा रहा है. मंगलवार को आगरा में लगभग 12 हजार लीटर गंगाजल तीन फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से पहुंचाया जा रहा है.
इस पहल के जरिए थोड़ा-थोड़ा गंगाजल लोगों में वितरित किया जा रहा है ताकि वे खुद भी इसका फायदा उठा सकें और घरवालों को भी गंगाजल से स्नान करवा सकें. यह गंगाजल कहां-कहां पहुंच चुका है और लोगों की इसपर क्या प्रतिक्रिया है, आइए जानते हैं.
सरकार ने क्यों बनाई यह योजना?
महाकुंभ एक बड़ा आयोजन होने वाला था. ऐसे में पूरे उत्तर प्रदेश के संसाधनों को इस आयोजन की ओर केंद्रित किया गया था. कई शहरों की पुलिस भी इस आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रयागराज में थी. इसी तरह फायर ब्रिगेड के कई ट्रक भी दुर्घटना की स्थिति को संभालने के लिए महाकुंभ आए हुए थे.
जब महाकुंभ खत्म हो गया और इन ट्रकों के लौटने का समय आया तो सरकार ने फैसला किया कि इन ट्रकों में गंगाजल भरकर इन्हें इनके शहर भेजा जाएगा. ताकि जो लोग महाकुंभ नहीं जा सके वे इसका फायदा उठा सकें. वाराणसी के एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "हमारी जो फायर ब्रिगेड की गाड़ियां ड्यूटी करने के लिए महाकुंभ गई थीं, वे खाली लौटने के बजाय वहां से अमृत जल लेकर आई हैं."
आगरा में गंगाजल का स्वागत
इसके पीछे सरकार का उद्देश्य था कि जो लोग महाकुंभ नहीं जा सके, उन्हें गंगाजल मिल जाए. आगरा के श्रद्धालुओं ने इस पहल की सराहना की और इसे आध्यात्मिक लाभ का अवसर बताया. एक स्थानीय निवासी ने कहा, "मैंने कई बार प्रयागराज जाने की कोशिश की लेकिन जाम की वजह से नहीं जा सका. आज मुझे बहुत खुशी हुई कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस अमृत जल को घर पर उपलब्ध कराया है."
एक अन्य श्रद्धालु ने कहा, मैंने कई बार (महाकुंभ) जाने की कोशिश की. हमारी प्लानिंग एक तारीख (फरवरी) को भी रही. हमें निकलना था. लेकिन 19 तारीख को भगदड़ होने की वजह से हम किसी कारण नहीं जा पाए. फिर निरंतर हम कोशिश करते रहे. लेकिन आज मुझे बहुत खुशी हुई. इस अमृत जल से घर पर पूरा परिवार आराम से नहा सकता है और कुंभ का आनंद ले सकता है.
वाराणसी में भी पहुंचा गंगाजल
फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से मंगलवार को गंगाजल वाराणसी में भी पहुंचाया गया. वाराणसी के निवासियों ने भी इस पहल की सराहना की और उत्तर प्रदेश पुलिस का धन्यवाद किया. एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हम बहुत खुश हैं कि कमिश्नर साहब ने हमें यह गंगाजल उपलब्ध कराया है."
क्या बोले श्रद्धालु?
महाकुंभ में 65 करोड़ से ज्यादा लोगों ने शिरकत की लेकिन फिर भी कई ऐसे श्रद्धालु थे जो इस समागम में शामिल नहीं हो सके. ऐसे में सरकार की यह पहल श्रद्धालुओं को खूब पसंद आई. इस श्रद्धालुओं ने इस पहल की सराहना की. एक महिला ने कहा, "मैं इसे अपने पूरे परिवार को पानी में डालकर नहलाऊंगी ताकि जो कुंभ नहीं जा सके, उन्हें भी इसका फल मिले." वाराणसी के एक अन्य निवासी ने कहा, "हम अपने आप को धन्य महसूस कर रहे हैं कि हमें यहां पर बहुत ही आसानी से गंगाजल उपलब्ध कराया गया."
यूपी पुलिस की हो रही सराहना
45 दिन तक चला महाकुंभ मेला 13 जनवरी को शुरू हुआ था और 26 फरवरी को समाप्त हुआ. इस दौरान लाखों श्रद्धालु प्रयागराज में गंगा स्नान के लिए पहुंचे थे. जो लोग किसी कारणवश नहीं जा पाए, उनके लिए यह पहल एक वरदान साबित हुई है. इस काम को अंजाम देने के लिए यूपी पुलिस की सराहना भी हुई.