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इस मंदिर में जाने से खौफ खाते हैं भारतीय पुरुष, वजह हैरान कर देगी

कहा जाता है कि गुस्‍सा शांत होने पर ब्रह्माजी की पत्नी सावित्री पुष्‍कर के पास पहाड़ियों पर जाकर तपस्या में लीन हो गईं और फिर वहीं की होकर रह गईं. इस मंदिर में महिलाएं प्रसाद के तौर पर मेहंदी, बिंदी और चूड़ियां जैसी श्रृंगार सामग्री चढ़ाती हैं और अपनी पति की लंबी उम्र की दुआ मांगती हैं.

मंदिर मंदिर

हिंदु धर्म में शादी के बाद सभी दूल्‍हा-दुल्‍हन अपने देवी-देवताओं से आशीर्वाद लेते हैं. इसके लिए नए सादी-शुदा जोड़े मशहूर मंदिरों या धार्मिक स्‍थलों में माथा टेकते हैं लेकिन हमारे देश में एक मंदिर ऐसा है जहां शादी के बाद लड़के जाने से डरते हैं. अगर गलती से कोई शादीशुदा पुरुष इस मदिंर में चला जाता है तो  उन्‍हें एक शाप के चलते खासी मुसीबतें उठानी पड़ती हैं. इस मंदिर का नाम ब्रह्मा मंदिर है. 

पुष्‍कर के ब्रह्मा मंदिर में नहीं जाते शादीशुदा लोग

राजस्‍थान के ब्रह्माजी के विश्‍व प्रसिद्ध पुष्‍कर मंदिर में नवविवाहित लड़के जाने से डरते हैं. ऐसा माना जाता है कि अगर नवविवाहित लड़के इस मंदिर में आए तो उनकी शादीशुदा जिंदगी में मुश्किलें आ जाती हैं.  इसके पीछे वजह है ब्रह्माजी को उनकी पत्‍नी से मिला एक शाप. 

पौराणिक कथाओं के मुताबिक ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना के लिए राजस्थान के पुष्कर में यज्ञ का आयोजन किया था. इस यज्ञ में उन्हें पत्नी के साथ बैठना था, लेकिन उनकी पत्नी सावित्री ने आने में देर होती देख उन्‍होंने नंदिनी गाय के मुख से गायत्री को प्रकट किया और उनसे विवाह कर यज्ञ करने लगे. जब सावित्री पहुंचीं तो ब्रह्माजी के बगल में अपनी जगह किसी दूसरी स्त्री को यज्ञ में बैठे देख गुस्सा हो गयी. और शाप दिया कि जिस संसार की रचना करने के लिए आप मुझे भुला बैठे वही संसार आपकी पूजा नहीं करेगा. जो शादीशुदा पुरुष आपके इस मंदिर में प्रवेश करेगा उसके वैवाहिक जीवन में परेशानियां आएंगी.

अलग बना है सावित्रीजी का मंदिर

पुष्‍कर के इस मंदिर के पास उनकी पत्‍नी सावित्रीजी का मंदिर अलग एक पहाड़ी पर बना हुआ है. कहा जाता है कि गुस्‍सा शांत होने पर ब्रह्माजी की पत्नी सावित्री पुष्‍कर के पास पहाड़ियों पर जाकर तपस्या करने लगी . इस मंदिर में महिलाएं प्रसाद के तौर पर मेहंदी, बिंदी और चूड़ियां जैसी श्रृंगार की चीजें चढ़ाती हैं और अपनी पति की लंबी उम्र की दुआ मांगती हैं.